नेपालमहराजगंज

पोखरा एयरपोर्ट के लोन को लेकर नेपाल के पत्रकार को चीन के राजदूत ने दी धमकी ,नेपाली जनता में भारी आक्रोश

सार
नेपाल को पोखरा एयरपोर्ट के नाम पर कर्ज के जाल में फंसाने वाला चीन अब नेपाली जनता को धमकाने में जुट गया है। नेपाल में चीन के राजदूत चेंग सोंग ने पोखरा एयरपोर्ट के ब्‍याज दर को लेकर खुलासा करने पर नेपाली पत्रकार को खुलेआम धमका दिया। इस पर नेपाल में विवाद तेज हो गया है।

हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो

काठमांडू : पोखरा एयरपोर्ट एक बार फिर से चीन और नेपाल के बीच विवाद का विषय बन गया है। चीन का दावा है कि पोखरा एयरपोर्ट को बनाने में नेपाल को 2 प्रतिशत की दर से ब्‍याज दिया गया है वहीं अब नेपाली मीडिया ने खुलासा किया है कि ब्‍याज की यह दर 5 प्रतिशत है जो इस गरीब देश के लिए बहुत ज्‍यादा है।

नेपाली पत्रकार गजेंद्र बूढ़ाथोकी ने जब चीन की इस लूट का खुलासा सोशल मीडिया पर वायरल किया तो चीन के राजदूत चेंग सोंग ने उन्हें खुलेआम धमकी दी और माफी मांगने के लिए कहा। इस पर गजेंद्र ने सबूत सामने रखकर साफ कर दिया कि चीन नेपाल को कर्ज के नाम पर लूट रहा है। इसके बाद अब नेपाल में चीनी राजदूत को बर्खास्‍त करने की मांग तेज हो गई है। साथ ही भारत से इसकी तुलना हो रही है।

यह पूरा विवाद उस समय शुरू हुआ जब नेपाल के वरिष्‍ठ पत्रकार गजेंद्र ने खुलासा किया कि चीन पोखरा एयरपोर्ट के लिए 2 नहीं बल्कि 5 प्रत‍िशत ब्‍याज ले रहा है। इस खुलासे के बाद नेपाल में चीनी राजदूत चेंग सोंग ने एक्‍स पर पोस्‍ट करके कहा कि हम आप से औपचारिक माफी मांगने की मांग करते हैं और आप चाहे जिन लोगों का प्रतिनिधित्‍व करते हो। इस पर गजेंद्र ने भी करारा जवाब दिया और कहा कि चीनी राजदूत मुझे धमकाओ मत। मेरे पास नेपाल सरकार का साक्ष्‍य है। इस पर चीनी राजदूत ने फिर से धमकाने की कोशिश की।

नेपाली पत्रकार ने चीनी राजदूत की बोलती बंद की

चीनी राजदूत चेंग सोंग ने कहा कि अगर आप के पास साक्ष्‍य है तो इसे प्रकाशित करो। अगर आप के पास साक्ष्‍य नहीं है और उसे तलाश करने के लिए समय चाहिए तो आप का इरादा क्‍या है। पहले झूठ फैलाओ फिर इंतजार करो कि गुबार शांत हो जाए और फिर उसे भड़का दो। इसके बाद गजेंद्र ने भी पलटवार किया और उन्‍होंने नेपाल सरकार का दस्‍तावेज एक्‍स पर पोस्ट कर दिया। इसमें साफ लिखा है कि नेपाल सरकार को चीन ने 5 प्रतिशत ब्‍याज की दर पर लोन दिया है। सार्वजनिक रूप से हुए इस खुलासे के बाद नेपाली सोशल मीडिया में बवाल मचा हुआ है।

नेपाल के प्रणय राणा लिखते हैं कि चीनी राजदूत खुलेआम धमका रहे हैं। यह राजनयिक मानकों के बाहर है। किसी भी राजदूत को ट्विटर का सहारा लेकर पत्रकारों पर हमले नहीं करना चाहिए। अगर आप को कोई दिक्‍कत है तो आप एक औपचारिक बयान जारी कर सकते हैं या नेपाल के विदेश मंत्रालय के साथ अपनी चिंता जता सकते हैं।
देशराज सोन्‍यक लिखते हैं, ‘अगर इस तरह का बयान भारतीय राजदूत ने दिया होता तो यह स्‍क्रीनशॉट वायरल हो जाता। यही नहीं भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन भी शुरू हो जाता।

चीन के कर्जजाल में फंस गया है नेपाल

बता दें कि नेपाल के लिए पोखरा एयरपोर्ट सफेद साबित हो रहा है। इस एयरपोर्ट को ओली सरकार ने चीन की मदद से बनवाया है लेकिन अभी तक यहां कोई भी फ्लाइट नहीं उतरी है। यही नहीं चीन का दावा है कि यह प्रोजेक्‍ट बीआरआई का हिस्‍सा है लेकिन नेपाल इससे इंकार करता है। न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने बहुत घटिया तरीके से इस एयरपोर्ट को बनाया है। अब नेपाल चीन के कर्जजाल में फंस गया है और उसे जल्‍द ही लौटाना होगा। इस एयरपोर्ट को बनाने पर 21 करोड़ 60 लाख डॉलर का खर्च आया है जो अब 5 प्रतिशत की ब्‍याज से नेपाल को देना होगा।

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