अयोध्या के 14 कोसी परिक्रमा में भगदड़ कई श्रद्धालु घायल
हर्षोदय टाइम्स -सतीश शुक्ला /सहजनवा
अयोध्या /गोरखपुर ( हर्षोदय टाइम्स) : मंगलवार की रात्रि को 14 कोसी परिक्रमा की शुरुआत हो गई बताया जा रहा कि हनुमान गुफ़ा के पास मची भगदड़ दर्जनों लोग हो गए जिनमे घायल पांच की हालत गंभीर बताई जा रही ।
मिली जानकारी के अनुसार कल मंगलवार की रात 12: 45 बजे से 14 कोसी परिक्रमा चालू हुआ , यह परिक्रमा हनुमान गुफा के पास अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें लगभग दर्जन भर लोग घायल हो गए। इनमे से कुछ घायलों को राजकीय श्री राम अस्पताल अयोध्या ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनको घर भेज दिया गया एवं गंभीर रूप से घायल 5 महिलाओं को जिला चिकित्सालय भेजा गया । बताया जा रहा है कि इनमें से एक की हालत गंभीर होने के नाते लखनऊ रेफर कर दिया गया है।

घायलों में बिट्टी पत्नी साधु राम अवस्थी (70) वर्ष निवासी किशनगंज जिला बहराइच , रामादेवी पत्नी आज्ञाराम त्रिवेदी (70 ) वर्ष निवासी नतोहरा बहराइच, कीर्ति कुमारी पत्नी रामनरेश मिश्रा (40) वर्ष निवासी पखरपुर जिला बहराइच, कल्याना पत्नी रामकेवल (60) वर्ष निवासी रामापुर थाना फखरपुर जिला बहराइच, सावित्री पत्नी सुंदरलाल ( 60) वर्ष निवासी नौसहरा जनपद बहराइच इस भगदड़ में घायल हो गयी जिनको रात्रि 3:30 में 108 एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां इमरजेंसी ड्यूटी कर रहे डॉक्टरो ने घायलों को भर्ती कर उपचार शुरू किया।
बताया जा रहा कि सावित्री पत्नी सुंदरलाल ( 60) वर्ष निवासी नौसहरा जनपद बहराइच हालत को गंभीर देख लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है। वही अन्य चार घायल महिलाओं का उपचार श्री राम अस्पताल के जनरल वार्ड में चल रहा है। वही चिकित्सकों का कहना है कि सांस लेने में दिक्कत और घबड़ाहट की वजह से बुजुर्ग प्रभावित हुए हैं।

बताया जा रहा है निश्चित मुहूर्त के समय 42 कोस की परिधि में लोगों की जबर्दस्त भीड़ हो गई थी कुछ समय के लिए भीड़ के आगे पुलिस भी असहाय दिखी। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी लेकिन सूचना के अनुसार 14 कोसी परिक्रमा बिना किसी गतिरोध के आगे बढ़ रही है ।
आज दिन बुधवार को सुबह सूर्योदय के बाद भीड़ का दबाव कम होने पर पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली। श्रद्धालुओं में युवाओं और परिपक्व लोगों के अलावा बुजुर्ग और महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं । ज्यादा संख्या में शामिल होने की एक वजह यह भी है कि राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण तथा दो वर्ष तक कोरोना संकट से मुक्ति के बाद परिक्रमा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहै । लोकल इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल परिक्रमा में 30 लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया गया है।