‘कोड वर्ड’ के खेल में बीमार साबित हो रहा महराजगंज का जिला अस्पताल

‘डी गैंग’ के नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर जिला अस्पताल के ठगों का धंधा जोरों पर
- अधिकारियों के हर मूवमेंट पर होती है ‘डी गैंग’ के ठगों की निगाहें
- अस्पताल की तरफ ‘शिकार’ जाते ही सतर्क हो जाते हैं ‘डी गैग’ के आरोपित दलाल
- मरीजों के लिए शिकार तथा डाक्टरों के लिए ‘जोखवा’ जैसे कोडिंग का हो रहा है इस्तेमाल
महराजगंज : जिला अस्पताल में निःशुल्क इलाज करने की इच्छा लेकर पहुंचने वाले गरीब मरीजों को लूटने के लिए दलालों का ‘डी गैंग’ संगठित तरीके से काम कर रहा है। लोग यहां नि: शुल्क इलाज की इच्छा लेकर पहुंचते तो है लेकिन होता इसके ठीक विपरीत है। दरअसल जिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों को बरगला कर सरकारी सुविधाओं को धता बताते हुए यह दलाल उन्हे ऑपरेशन समेत विभिन्न प्रकार की बीमारियों के लिए न सिर्फ प्राइवेट अस्पताल पर भेज रहे हैं बल्कि लाखों रुपए के सरकारी खर्च से लगाए गये तमाम जांच उपकरणों से लैस जिला अस्पताल की बेहतरीन मशीनों पर सवाल उठाते हुए प्राइवेट पैथोलॉजी संचालकों की दुकानों को भी चमकाने का कार्य कर रहे हैं। इसके पीछे कोई मजबूरी नहीं बल्कि भारी भरकम रूपयो का खेल चलता है । इतना ही नहीं संगठित तरीके से ये दलाल अपने गिरोह और धंधे को अंजाम देने के लिए दलालों ने बाकायदा एक व्हाट्सएप ग्रुप तैयार किया है। जिसका ‘डी गैंग’ के नाम से नामकरण किया गया है । इसमें मरीजों को ‘शिकार’ और डाक्टरों के लिए ‘जोखवा’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है। इन्हीं कोड वर्ड की मदद से ‘डी गैंग’ के सभी प्रकार के गतिविधियों का संचालन भी हो रहा है।