समय पर निर्णय और टीम भावना से हुए प्रयास से खत्म हुई इंसेफलाइटिस: योगी
हर्षोदय टाइम — सतीश शुक्ला /सहजनवा
गोरखपुर। (हर्षोदय टाइम्स ) – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गोरखपुर में स्थित बीआरडी मेडिकल कालेज के स्वर्ण जयंती समारोह कें अवसर पर कहाकि जापानी इंसेफलाइटिस .जे.ई के टीेके का अविष्कार जापान में वर्ष 1905 में हो गया था। मगर इस बीमारी को गोरखपुर में पहुचने 100 वर्ष का समय लगा और वर्ष 2005 में यहां पहुंचा ,जबकि कोरोना काल में कोबिड महामारी का टीका देश में महज नौ माह में उपलब्ध करा दिया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यही अन्तर है कि सही समय पर निर्णय और टीम भावना से किया गया काम करने से यह सम्भव हुआ है। इससे जेई से होने वाली मौतों में 95 प्रतिशत की कमी आयी है।
उन्होंने कहा कि उन्हें 2017 में प्रदेश का दायित्व मिला तो इंसेफेलाइटिस उन्मूलन के लिए अंतर विभागीय समन्वय की कार्य योजना बनाई। स्वच्छता पर फोकस किया गया। उन घरों व गांव को चिन्हित किया गया है जहां प्रायः इंसेफलाइटिस का प्रकोप होता था। शौचालय व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। सीएचसी व पीएचसी को मजबूत करने के साथ सर्विलांस पर ध्यान दिया गया। बीआरडी मेडिकल कॉलेज से मिले अनुभव को ध्यान में रखकर सरकार ने टीम भावना से कार्य किया और आज इंसेफलाइटिस 95 फीसद तक कंट्रोल में है यह खुद में एक मॉडल है।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंसेफलाइटिस व संचारी रोगों को ध्यान में रखकर वर्ष 2016 में गोरखपुर आकर यहां एम्स की सौगात दी। अब जरूरत है एम्स और बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा सुविधाओं को लेकर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की।

इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने बीआरडी मेडिकल कालेज में स्वर्ण जयंती द्वार का लोकार्पण तथा फार्मेसी एवं नर्सिंग कालेज के लिए 100 कमरो के बहुमंजिला डबल सिटेज ब्वायज छात्रावास का शिलान्यास किया।
इस समारोह में मुख्यमंत्री ने एक स्मारिका का विमोचन भी किया और बीआरडी मेडिकल कालेज के प्रथम बैच के चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुरातन छात्रों को सम्मानित किया।इस अवसर पर मेडिकल कालेज से विकास से जुड़ी वीडियो का प्रसारण सूचना विभाग द्वारा किया गया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर के लिए ही नही बल्कि पूरे पूर्वान्चल के लिए जाना जाता है। आज हम स्वर्ण जयंती मना रहें हैं इन 50 वर्षों में बीआरडी मेडिकल कालेज ने कई नई पायदान तय किये है। बीआरडी मेडिकल कालेज में पूर्वान्चल ही नही, बल्कि नेपाल व बिहार के मरीजो की सेवा में अपना उत्कर्ष योगदान दिया है। हर जिले में बेहतर मेडिकल कालेज हो, सरकार उस दिशा में लगातार कदम उठा रही हैं इंसेफ्लाईटिस को हम अभिशाप के रूप में मानते है इंसेफ्लाईटिस को उ0प्र0 तथा पूर्वान्चल में समाप्त करने का कार्य सरकार ने किया है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ है मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में बहुत कार्य अभी हो रहे है। आने वाले 5 वर्षों में हर मेडिकल कालेज के साथ एक नर्सिंग कालेज भी होगा। मरीजो को निशुल्क चिकित्सा मिले लगातार सरकार इसके लिए कार्य कर रही है।
इस अवसर पर राज्यमंत्री संददीय कार्य, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा मातृ शिशु कल्याण मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि इंसेफ्लाईटिस जैसी भवायक बीमारी को मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशन में अन्र्तविभागीय समन्वय के माध्यम से स्वच्छता, शुद्ध पेयजल आदि के द्वारा नियंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओ को निरन्तर बेहतरी प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रही है।