चयनित अधिकारियों से छात्रों ने सीखे आईएएस/पीसीएस बनने के गुर
अपना नोट्स स्वयं बनाएं प्रतियोगी छात्र : डॉ. पंकज वर्मा
पीजी कालेज में सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए कार्यशाला आयोजित
महराजगंज, 6 नवम्बर (रघुनाथ वर्मा): जनपद के जवाहर लाल नेहरू पीजी कॉलेज में आज मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत सिविल सेवा की तैयारी कर रहे छात्रों को कुछ ऐसे ही अभ्यर्थियों से संवाद करने का मौका मिला जिन्होंने अल्प संसाधन के बावजूद पीसीएस-2021 में सफलता के झंडे गाड़े और यह सम्भव हुआ जनपद के अपर जिलाधिकारी डॉ. पंकज कुमार वर्मा के प्रयास से।
अपर जिलाधिकारी द्वारा स्थापित सिविल सेवा मार्गदर्शिका अलीगढ़ के पीसीएस-2021 में सफल छात्रों ने अभ्युदय कोचिंग के छात्रों से अपने अनुभवों को साझा किया। इन छात्रों ने बताया कि पहले यह धारणा थी कि शिविर परीक्षा की तैयारी संसाधन युक्त लोग ही कर सकते हैं लेकिन आज बेहद गरीब पृष्ठभूमि और पिछड़े क्षेत्र के बच्चे भी आईएसपीसीएस बन रहे हैं इन बच्चों को जो पंकज से जैसे गुरु हनुमान बदल जाते हैं तो सफलता और भी आसान लगने लगती है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि सिविल सेवा की परीक्षा बेहद कठिन परीक्षा है, इस भ्रम को निकाल दें और पाठ्यक्रम के अनुसार ईमानदारी से पढ़ाई करें और अपने शिक्षक का मार्गदर्शन लेते रहें, निश्चित ही आपको सफलता मिलेगी। छात्रों ने यह भी कहा कि पढ़ाई फोकस होकर करें और लगातार रिवीजन करें ताकि जो आपने पढ़ा है, उसको परीक्षा में डिलीवर कर पाएं।
इससे पूर्व अपर जिलाधिकारी डॉ. पंकज कुमार वर्मा ने सीएसएम के सहयोगियों व सफल छात्रों का परिचय कराया। उन्होंने कहा कि सीएसएम इन बच्चों की सहायता बिना इन लोगों के नही कर सकता था। उन्होंने सफल अभ्यर्थियों को भी सीएसएम टीम की मेहनत को सार्थक बनाने के लिए धन्यवाद दिया। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि अनेक बार सही मार्गदर्शन के अभाव में अभ्यर्थी योग्यता और परिश्रम के बावजूद सफलता से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए बताया कि देर से मार्गदर्शन मिलने के कारण तैयारी करने और सफलता प्राप्त करने में अपेक्षाकृत विलंब हुआ। फिर भी इलाहाबाद में होने के कारण और आस-पास सिविल सेवा की तैयारी का माहौल होने से हम जैसे लोगों को सफलता मिल गयी। लेकिन दूर-दराज क्षेत्रों में अनेक ऐसे बच्चे हैं जो संसाधन और मार्गदर्शन के आभाव में सफलता से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का संचालन माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा ऐसे ही बच्चों को सही मार्गदर्शन व कोचिंग प्रदान करने के लिए किया जा रहा है। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में जनपद में जिलाधिकारी महोदय के मार्गदर्शन में अभ्युदय कक्षाओं का संचालन जनपद के प्रतिभावान बच्चों को सही मार्गदर्शन व गुणवत्तापूर्ण कोचिंग प्रदान करने हेतु किया जा रहा है। इसमें व्यक्तिगत रूचि ले रहा हूं क्योंकि मैंने उन समस्याओं को देखा है जो आप लोग महसूस करते हैं और सीएसएम को स्थापित करने के पीछे भी हमारा उद्देश्य यही था कि संसाधन विहीन बच्चों को भी सही मार्गदर्शन और अन्य जरूरी सहायता दी जाए ताकि भी अपने सपनों को पूरा कर सकें। इस अवसर पर सीएसएम के संचालक राजवीर सिंह, रिंकू, सफल छात्र मोहन कपूर, पीयूष वर्मा, यतेन्द्र, आजाद सहित बड़ी संख्या में सिविल सेवा की तैयारी करने वाली छात्र/छात्रायें उपस्थित रहीं।

अपर जिलाधिकारी डॉ. पंकज कुमार वर्मा ने सिविल सेवा तैयारी के संदर्भ में जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज में आयोजित वर्कशॉप कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा की सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के लिए महामानवीय प्रयास की आवश्यकता नहीं होती है। यह परीक्षा अनुशासन, ईमानदार प्रयास और फोकस की डिमांड करती है। उन्होंने कहा कि अक्सर छात्रों को लगता है कि उन्हें इस परीक्षा को पास करने के लिए प्रत्येक विषय मे सबसे अच्छी जानकारी होनी चाहिए, जबकि वास्तविकता यह है कि यह परीक्षा प्रत्येक विषय मे छात्र से औसत ज्ञान की अपेक्षा करती है।
इसलिए जरूरी है कि छात्र परीक्षा के पाठ्यक्रम को अच्छी तरह याद कर लें और उसमें वर्णित टॉपिक पर अपने नोट्स किसी एक मानक पुस्तक या एनसीआरटी की पुस्तक से बना लें। अपने शिक्षक या मार्गदर्शक के सहयोग से उसमें वर्तमान के अनुसार जरूरी बिंदुओं को समाहित कर लें और लगातार उनका रिवीजन करें। अपर जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि सिविल सेवा में सफलता के लिए लगातार उत्तर लिखने का अभ्यास करें ताकि परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट की समस्या न हो और आप अपना पूरा उत्तर लिख सकें।
अपर जिलाधिकारी ने कहा प्रत्येक छात्र को अपना नोट्स स्वयं बनाना चाहिए, क्योंकि प्रत्येक छात्र की अपनी विशेषता और कमजोरियां होती हैं। अपने नोट्स स्वयं बनाने से न सिर्फ विषय के प्रति स्पष्टता आती है, बल्कि उत्तर लंबे समय तक याद रहता है । उन्होंने छात्रों से कहा कि इधर-उधर की अनेक किताबें या नोट्स पढ़ने के बजाय सीमित पढ़ाई करें लेकिन उसका बार-बार रिवीजन करें और उत्तर लेखन करें। सफल छात्रों ने भी अपने अनुभवों को प्रतियोगी छात्रों के साथ साझा किया।
न्यूज एडिटर हर्षोदय टाइम्स