मंडलायुक्त के निरीक्षण में कक्षा 6 के बच्चे हिंदी तक नहीं पढ़ पाए
मंडलायुक्त ने एबीएसए, प्रधानाध्यापिका और सभी शिक्षकों को एक महीने में समुचित सुधार की दी चेतावनी
महराजगंज, 08 दिसंबर (हर्षोदय टाइम्स): बृहस्पतिवार को मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी की पाठशाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परतावल पर चली। जनपद में निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त महोदय शिक्षक की भूमिका में नजर आये और उन्होंने एमओआईसी चिकित्सकों व कार्मिकों का ध्यान व्यवहारिक समस्याओं की ओर दिलाया और उनके व्यवहारिक समाधान के बारे में भी बताया।
मंडलायुक्त महोदय ने जिलाधिकारी श्री सत्येन्द्र कुमार के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों से चर्चा करते हुए प्रसव, सड़क दुर्घटना और जेई/एई जैसी विशेष बीमारियों के ट्रेकिंग एवं विश्लेषण पर जोड़ दिया। इस दौरान उन्होंने 5 गर्भवती महिलाओं के एमसीपी कार्ड का निरीक्षण किया और केस स्टडी के तौर पर रिंकी नाम की गर्भवती महिला के हीमोग्लोबिन के वर्तमान स्थिति को ट्रैक करने का निर्देश दिया, जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लोग असफल रहे। इस पर मंडलायुक्त महोदय ने बेहतर ट्रैकिंग और फॉलोअप हेतु अपने सुझाव बताए और उनके अनुपालन का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले मरीजों के डाटा के बेहतर विश्लेषण और मरीजों को सही ट्रैकिंग से ही हम निरोधी उपाय करने में सफल हो सकेंगे।
डॉक्टरों से चर्चा के दौरान मंडलायुक्त महोदय ने कहा कि डॉक्टर इलाज करने के साथ अगर कुछ महत्वपूर्ण डाटा को नोट कर उन्हें साझा कर लें तो काफी चिकित्सीय समस्याओं को कम किया जा सकता है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना के मामलों में हम सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटना की दृष्टि से संवेदनशील सड़को की सूची परिवहन विभाग व प्रशासन से साझा कर सकते हैं। इसी प्रकार एचआरपी, जेई/एई सहित अन्य बीमारियों से संबंधित क्षेत्रों को चिन्हित कर निरोधक उपाय अपनाकर चिकित्सीय समस्याओं को कम कर सकते हैं। इस संदर्भ में उन्होंने बीडीओ, एबीएसए, ईओ और परिवहन विभाग के किसी जिम्मेदार अधिकारी की नियमित बैठक का भी निर्देश दिया, ताकि सूचनाओं को साझा करने के साथ-साथ उनके बचाव हेतु संभव उपायों पर भी चर्चा की जा सके।
मंडलायुक्त महोदय ने आशाओं की कार्यप्रणाली में सुधार हेतु उनकी ग्रेडिंग करने के साथ उनके बेहतर प्रशिक्षण और अभिप्रेरण उपायों पर भी चर्चा की और जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आशाओं को प्रशिक्षण आसान भाषा मे दें न कि तकनीकी शब्दावलियों का प्रयोग करते हुए।
मंडलायुक्त महोदय ने कहा कि झोलाछाप डॉक्टरों के पास मरीजों को जाने से रोकने के लिए जरूरी है कि सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक अपने प्रति मरीज में विश्वास पैदा करें और इसके लिए जरूरी है कि चिकित्सक मरीज के साथ मित्रवत पेश आएं।
उन्होंने गर्भवती महिलाओं के संदर्भ में विशेष निर्देश देते हुए कहा कि महिला का पता व नंबर और संबंधित आशा का नाम व नंबर जरूर नोट करें और उन्हें नियमित सलाह देते रहें। साथ ही उन्हें गोरखपुर और महराजगंज के सभी ब्लड बैंक का फ़ोन नंबर उपलब्ध करा दें, ताकि खून की आवश्यकता होने पर उन्हें भटकना न पड़े।
मंडलायुक्त महोदय ने एमओआईसी परतावल को ऑटो एनेलाइजर को ठीक करवाने के लिए कहा ताकि जांच विश्वसनीय ढंग से किया जा सके। उन्होंने परिसर में निष्प्रयोज्य पड़े एम्बुलेंस के नीलामी का भी निर्देश दिया।
इसके पश्चात मंडलायुक्त महोदय ने कंपोजिट विद्यालय धरमौली का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कक्षा 06, 07 और कक्षा 08 के बच्चों की परीक्षा चल रही थी। मंडलायुक्त महोदय ने बच्चों से हिंदी व अंग्रेजी पढ़वाकर कर देखा। बच्चों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उन्होंने छात्रों की उपस्थिति पंजिका को भी चेक किया। सभी माह में छात्रों की उपस्थिति लगभग 50% या उससे कम थी, जिस पर उन्होंने एबीएसए को फटकार लगायी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी श्री सत्येन्द्र कुमार, सीडीओ श्री गौरव सिंह सोगरवाल, एडीएम डॉ पंकज वर्मा, एमओआईसी डॉ. राजेश द्विवेदी, एसडीएम (प्रो) अमित गुप्ता, बीडीओ रजत गुप्ता सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।