
हिमालय बचाओ की शपथ लेते भारत-नेपाल के सैन्य अधिकारी और जवान
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
पिथौरागढ़/महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) : भारत-नेपाल संयुक्त युद्धाभ्यास में शामिल सेना के अधिकारी और जवानों ने रविवार को केएमवीएन की ओर से संचालित लंदन फोर्ट का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने किले के इतिहास के बारे में भी जानकारी ली।
टीआरसी के प्रबंधक दिनेश गुरुरानी ने दोनों देशों के अधिकारी और जवानों को किले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि समय के अनुसार इसका नाम बदलता रहा है। पहले यह गोरखा किला, फिर बाउलकीगढ़, फिर लंदन फोर्ट और अब सोरगढ़ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने अधिकारियों और जवानों को हिमालय बचाओ अभियान के तहत शपथ दिलाई। अधिकारियों ने लंदन फोर्ट परिसर में धरती मां के नाम के तहत भारत-नेपाल मैत्री के लिए एक पौधा भी लगाया।
दोनों देशों के जवानों ने गुरुरानी की हिमालय बचाओ अभियान मुहिम का स्वागत किया। अधिकारियों ने गुरुरानी को स्मृति चिह्न भेंट किया। उन्होंने किले के रखरखाव की भी सराहना की। इस मौके पर कुमाऊं रेजीमेंट के कैप्टन अभिनव शर्मा, सूबेदार दीपक धामी, नेपाल आर्मी के मेजर अनिल बस्नेत समेत बड़ी संख्या में जवान शामिल रहे।