दुग्ध फैक्ट्री में अमोनिया गैस के रिसाव से एक की मौत,40 अस्पताल में भर्ती

गैस लीक रोकने के लिए 2 कि मी तक पानी का छिड़काव , 40 की बिगड़ी तबीयत
बिहार / हाजीपुर (वैशाली) शहर के इंडस्ट्रियल एरिया स्थित राज फ्रेश दूध की फैक्ट्री से अमोनिया गैस का चैंबर फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। गैस रिसाव में 40 लोगों की तबीयत बिगड़ गई, इनमें करीब 24 लोग डेयरी में काम करने वाले हैं और बाकी स्थानीय लोग शामिल हैं।
आंख में जलन और सांस फूलने की शिकायत के बाद उनमें से 32 को सदर अस्पताल ले जाया गया। यह घटना शनिवार की रात 10 बजे राज फ्रेश मिल्क के निस्कीटन (पाश्चुराइजेशन) यूनिट में हुई । घटना के बाद पुलिस ने इंडस्ट्रियल एरिया में दूध फैक्ट्री व आस-पास की फैक्ट्रियों को खाली करा दिया। SDRF और पुलिसकर्मियों ने फैक्ट्री से बेसुध मजदूरों को बाहर निकाल लिया और अस्पताल में भर्ती कराया।
मालूम हो कि आस-पास के रिहायशी इलाकों के लोगों को गैस लीक होने की घटना के बाद से आंख में काफी जलन व स्वास फूलने की शिकायत मिल रही है। करीब एक घंटा बाद गैस के रिसाव पर काबू पाया गया। 15 एंबुलेंस को राज दूध फैक्ट्री भेजा गया ।
अमोनिया गैस रिसाव के बाद छिड़काव करते SDRF और पुलिसकर्मियों की टीम।
इस घटना में फ्रीडम पाइप फैक्ट्री के मजदूर भी अमोनिया गैस के असर से बीमार हुए हैं। हादसे में मनेर के रहने वाले राज फ्रेश प्लांट के कर्मी दीनानाथ सिंह की मौत हो गई। सदर अस्पताल में प्रभावित लोगों को भर्ती कराया गया है। सूचना के अनुसार गैस के फैलने से दमघोंटू माहौल के कारण बचाव कार्य में मुश्किल हो रही थी। किसी तरह फैक्ट्री से बेसुध मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया।
घटना की सूचना मिलते ही वैशाली डीएम यशपाल मीणा और एसपी रवि रंजन कुमार ने घटनास्थल पर पहुंच कर जायजा लिया है। गैस के प्रसार को रोकने के लिए कई दमकल से पानी का छिड़काव किया गया। मौके पर एसडीआरएफ और क्यूआरटी की टीम को बुलाया गया था। गैस के रिसाव को रोकने के लिए रात 3 बजे तक 8 दमकलों से पानी का छिड़काव किया गया।
अग्निशामक अधिकारी अशोक प्रसाद ने कहा कि राज फ्रेश डेयरी कंपनी में अमोनिया गैस रिसाव होने की सूचना मिली थी। सूचना पर गैस के प्रसार को रोकने के लिए पानी का छिड़काव किया गया। वैशाली सिविल सर्जन श्याम नंदन प्रसाद ने कहा कि राज फ्रेश डेयरी में अमोनिया गैस रिसाव होने के कारण मजदूरों को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। लगभग 40 लोग को अस्पताल में भर्ती हुए हैं। सभी का इलाज सदर अस्पताल हाजीपुर में चल रहा है। लेकिन एक की मौत अस्पताल आने से पहले ही हो गई।
इस हादसे के बाद लगभग दो किलोमीटर की परिधि में अमोनिया गैस की दुर्गंध फैल गई। देर रात तक पानी की बौछार से इलाके में गैस की तीव्रता को कम करने का प्रयास जारी था।