क्रिप्टो करेंसी में असुरक्षित निवेश से आमजन से ठगे जा रहे हैं हजारों, लाखों रुपए

महाराजगंज (हर्षोदय टाइम्स)- हाल के वर्षों में क्रिप्टो करेंसी में निवेश बहुत लोकप्रिय हो गया है। हर महीने अधिक से डिजिटल मुद्राएं जोड़ी जा रही हैं। रोज ही नए नए लोग इन आभासी मुद्राओं के प्रति आकर्षित हो रहे हैं और भारी मुनाफा देखकर उसमें निवेश को आतुर हो जाते हैं। पर यह भी ध्यान में आ रहा है कि क्रिप्टो में सभी को लाभ नहीं मिलता बल्कि बहुत से लोग ठगे भी जा रहे हैं।
यदि आप क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने का निर्णय लेते हैं तो सबसे पहले विचार करने वाली चीजों से एक यह है कि अपनी कीमती डिजिटल संपत्तियों को कैसे स्टोर किया जाए। एक तरीका क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर क्रिप्टो करेंसी खरीदना और स्टोर करना है, जो एक ब्रोकिंग सेवा के समान है। यह क्रिप्टो करेंसी खरीदने और बेचने के लिए उपकरण प्रदान करती है।
आपकी आवश्यकताओं के लिए सही क्रिप्टो एक्सचेंज चुनना महत्वपूर्ण है। ऐसे में क्रिप्टों में पैसा लगाने से पहले ही आपको एक अहम काम जरूर करना चाहिए और वो अहम काम है कि आपको सोच-समझ कर अपने क्रिप्टो एक्सचेंज का चुनाव करना चाहिए ।
कहीं भी अपनी पूंजी के निवेश के समय पहला और आवश्यक कदम घोटालों और धोखाधड़ी से सावधान रहना ही होता है। चूंकि आप डिजिटली या आभासी माध्यम से निवेश करते हैं तो क्रिप्टो करेंसी निवेश की दुनिया में घोटाला और धोखाधड़ी आम बात है। पहले ही कई डिजिटल मुद्रा एक्सचेंजों को हैक किया गया या उनके साथ समझौता किया गया है। ऐसे में यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपके जरिए चुना गया एक्सचेंज सरकार के जरिए निगरानी किया जाने वाला एक वैध कारोबार है। इसके लिए जरूरी है कि एक्सचेंज से जुड़े भौतिक पते की तलाश करें और यदि कोई स्थायी या जमीनी पता उपलब्ध नहीं है तो ऐसे एक्सचेंज का उपयोग न करें। इन क्रिप्टो एक्सचेंज सेवाओं का सावधानी से और रिसर्च के साथ उपयोग करना महत्वपूर्ण है क्योंकि क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज अक्सर साइबर अपराधियों के निशाने पर होते हैं और आपराधिक हैकर्स के लिए भी यह सबसे अधिक निशाना बनाए जाते हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि अपनी अर्जित जमा पूंजी को अधिक लाभ के लिए डिजिटल पूंजी में बदलने से पहले पूरी जांच पड़ताल कर लें।
क्रिप्टो करेंसी के तहत मेटा फोर्स नामक एक संस्था इस समय कम समय में लोगों को अमीर ने के लिए बहुत तेजी से पांव पसार रही है। हम सभी को पता है अभी कुछ समय पहले एसबीजी सहित अन्य क्रिप्टो करेंसी के तहत काम करने वाली संस्था लाखों निवेशकों को चुना लगायी है जिसका जिम्मेदार कोई नहीं है।
मेटा फोर्स के एक लीडर से बात करने पर उन्होंने बताया कि यह कोई कम्पनी नहीं है हम केवल सॉफ्टवेयर को पैसा देते हैं। जब कानूनी कागजात के विषय में बात की गई तो उन्होंने बताया कि भारत सरकार के पास इसका सर्टिफिकेट बनाने की शक्ति नहीं है।
महाराजगंज जिले के घुघली क्षेत्र में मेटा फोर्स के कुछ लीडर महिलाओं का कहीं से नंबर लेकर फोन पर बात कर रहे है और कम समय में अधिक पैसा कमाने का लालच दे रहे है। जो महिलाएं इनकी झांसे में आ रही है उनका निवेश करा रहे है। जो महिलाएं नहीं निवेश करना चाहती उनको फोन के माध्यम से परेशान किया जा रहा है।
इस प्रकार के धोखाधड़ी से बचने के लिए पुलिस ने आम लोगों से ऑनलाइन लेनदेन के दौरान सावधान रहने और किसी भी साइबर अपराध की रिपोर्ट करने के लिए अलग से बनाये गये हेल्पलाइन नंबर 1930 का इस्तेमाल करने को कहा है।
अर्जुन चौधरी : (सिसवा)