भारत व नेपाल की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां संयुक्त रूप से करेंगी वन्य जीवों का संरक्षण
हर्षोदय टाइम्स : उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज : वन्यजीव सप्ताह समारोह के तहत भारत-नेपाल की सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस बार्डर क्षेत्र में संयुक्त रूप से जागरूकता अभियान चलाईं। इसमें वर्ल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो नई दिल्ली (डब्ल्यूसीसीबी) के अधिकारी चंद्रकेश यादव के अलावा भारतीय सुरक्षा एजेंसी एसएसबी, कस्टम व नेपाल की एपीएफ व नेपाल प्रहरी के जवान शामिल हुए। जागरूकता अभियान के तहत दोनों मुल्कों की संयुक्त टीम ने वन्यजीवों के संरक्षण व सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया तथा उनको कई महत्वपूर्ण टिप्स भी दिया।
सुरक्षा एजेंसियां अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर भारतीय क्षेत्र के राजाबारी, टढ़हवा, मरचहवा व नेपाल के रमपुरवा, महेशपुर, हरपुर, गोपालपुर समेत सीमा से सटे गांवों में पहुंची। पर्यावरण संरक्षण में वन्यजीवों की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उनकी सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक किया। डब्ल्यूसीसीबी के चंद्रकेश यादव ने बताया कि नेपाल का राष्ट्रीय चितवन निकुंज पार्क, बिहार का बाल्मिकिनगर टाइगर रिजर्व व यूपी के महराजगंज जिले का संरक्षित वन क्षेत्र सोहगीबरवा सेंचुरी एक-दूसरे से सटी हैं। यह वन क्षेत्र वन्यजीवों का इंटरनेशनल वाइल्ड कारीडोर भी है। जलवायु परिवर्तन के हिसाब से अनुकूल मौसम में वन्यजीव नेपाल, बिहार व सोहगीबरवा सेंचुरी में आते-जाते रहते हैं। ठंड के मौसम में अक्सर वन्यजीव वन क्षेत्र से रास्ता भटक कर आबादी वाले क्षेत्र में आ जाते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी हम सभी पर है।
इस अवसर पर एसएसबी के एसआई दिनेश कुमार मजूमदार, हेड कांस्टेबल मंजू एसएम, कांस्टेबल कुंदन कुमार, विपिन कुमार, इंस्पेक्टर लवकेश कुमार, नेपाल आर्म पुलिस फोर्स (एपीएफ) के एसआई लोक बहादुर धर्ती मगर, हेड कांस्टेबल हिकमत बहादुर मल्ल, ज्ञानेन्द्र सिंह राना, अशोक चौधरी, कांस्टेबल दीपक ओली, प्रेम धर्ती मगर, नेपाल प्रहरी पुलिस के एएसआई खजेन्द्र नारायण पांडेय के अलावा बड़ी संख्या में नेपाल और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के जवान उपस्थित रहे।