भारत-नेपाल बॉर्डर पर नेपाल से विहार के रास्ते घुसपैठ करते चीनी नागरिक गिरफ्तार

चीनी नागरिक पकड़े जाने पर 50 हजार की रिश्वत का किया ऑफर
हर्षोदय टाइम्स : उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज : भारत – नेपाल बार्डर पर विहार के किशनगंज के रास्ते नेपाल से भारत में घुसपैठ करते एक संदिग्ध चीनी जासूस को एसएसबी ने गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से मिला फर्जी भारतीय पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है। उसके जासूसी गतिविधियों में शामिल होने की आशंका जताई जा रही है।

बताते चलें कि बिहार के किशनगंज में भारत-नेपाल सीमा से सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है। वह भारत में फर्जी तरीके से घुसपैठ की कोशिश कर रहा था। उसके चीनी जासूस होने का अंदेशा है। उसके पास से दोनों देशों का पासपोर्ट और चीनी मुद्रा भी बरामद की गई है। एसएसबी की जांच में भारतीय पासपोर्ट पर दर्ज पता फर्जी पाया गया । नेपाल बॉर्डर पर पकड़े जाने पर चीनी नागरिक ने एसएसबी अधिकारियों को 40 हजार रुपये की रिश्वत भी ऑफर की ।
जानकारी के मुताबिक गुरुवार की शाम चीन का एक नागरिक किशनगंज के ठाकुरगंज में पानी टंकी के पास स्थित नेपाल सीमा से भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहा था। संदेह के आधार पर भारतीय जवानों ने उसे पकड़ लिया। उसके पास से भारतीय पासपोर्ट और चीन का वीजा बरामद हुआ। साथ ही 1.43 लाख भारतीय रुपये और 62 हजार नेपाली मुद्रा भी बरामद की गई।
एसएसबी अधिकारी एलटी तमांग ने बताया कि जब उससे भारतीय पासपोर्ट में दर्ज पते के बारे में पूछा गया तो वह संतुष्ट जवाब नहीं दे पाया। इसके बाद दार्जिलिंग पुलिस से संपर्क किया गया, जिससे पता चला कि उसका पासपोर्ट फर्जी है। भारतीय पासपोर्ट में उसका नाम गोंबो तमांग था। भारत में घुसपैठ करते हुए पकड़े जाने पर चीनी नागरिक ने एसएसबी के एसआई शिव पासवान को 50 हजार रुपये की रिश्वत भी ऑफर कर दी।
एसएसबी अधिकारी ने बताया कि उससे पूछताछ में पुष्टि हुई है कि वह चीन का नागरिक है। उसके चीनी जासूस होने का अंदेशा जताया जा रहा है। फिलहाल एसएसबी ने उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई के लिए पश्चिम बंगाल की खोड़ीबाड़ी पुलिस को सौंप दिया है। बता दें कि बीते जुलाई महीने में भी एसएसबी ने एक चीनी नागरिक को पकड़ा था, जिसकी पहचान बाद में योंगजिन पेंग के रूप में हुई थी।