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उत्तराखंड बार्डर पर दोहरी नागरिकता रखने वालों पर एसएसबी की कड़ी नजर -डीआईजी एसएसबी

उमेश चन्द्र त्रिपाठी

उत्तराखंड/महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) : भारत-नेपाल बॉर्डर पर उत्तराखंड में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मामले का खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से हाई अलर्ट पर हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने अब दोहरी नागरिकता रखने वालों को रडार पर रखने का कारगर प्लान बनाया है।


बता दें कि भारत-नेपाल बॉर्डर पर उत्तराखंड में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मामले का खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह हाई अलर्ट पर हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने अब दोहरी नागरिकता रखने वालों को रडार पर रखने का कारगर प्लान बनाया है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) क्षेत्रक मुख्यालय के डीआईजी डीएन भोम्बे ने कहा कि भारत-नेपाल बॉर्डर पर दोहरी नागरिकता के साथ रहने वाले लोग रडार पर हैं।


त्योहारी सीजन और आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए एसएसबी पूरी तरह अलर्ट है। जवान सभी बॉर्डर आउट पोस्ट पर मुस्तैदी के साथ तैनात हैं। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय में भारत-नेपाल सीमा पर दोहरी नागरिकता के काफी मामले सामने आए हैं।

कुछ लोग भारत की नागरिकता लेकर यहां रह रहे हैं, जबकि उनके पास पहले से ही नेपाल की नागरिकता है। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कार्रवाई भी की जा रही है।

उन्होंने बताया कि 254 किमी लंबी भारत-नेपाल सीमा पर कालापानी से लेकर टनकपुर तक कुल 54 बॉर्डर आउट पोस्ट हैं। उन्होंने आगे बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर हर प्रकार की अवैध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

सामाजिक दायित्व के प्रति समर्पित डबल इंजन की सरकार

अभी सीमा पर बसे कुछ गांवों में ही दोहरी नागरिकता के मामले सामने आए हैं। एसएसबी की ओर से जिला प्रशासन को सूचना दी गई है। दोनों देशों के प्रशासनिक अधिकारियों को अपने स्तर से पहचान पत्रों के मिलान के लिए कहा गया है।

मानव और वन्यजीवों तस्करी रोकना प्राथमिकता

डीआईजी भोम्बे ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा से मानव, वन्यजीवों आदि की तस्करी रोकने के लिए प्राथमिकता से कार्य किया जा रहा है। मानव तस्करी को रोकने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है। इसके अलावा एसएसबी के डॉक्टर सीमा से लगे गांवों में चिकित्सा शिविर लगाकर लोगों को राहत पहुंचा रहे हैं। मरीजों को इलाज के साथ मुफ्त दवाएं भी दी जा रही हैं।

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