नेपाल में गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट के नियमित उड़ान को लेकर आज एअरपोर्ट पर आंदोलनकारियों का अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू

एअरपोर्ट को चलाने के लिए केंद्र सरकार को करेंगे मजबूर, चरणबद्ध रूप से और शातिपूर्ण तरीके से चलेगा आंदोलन- संतोष पांडे गृहमंत्री लुंबिनी प्रदेश नेपाल
आम आदमी के रोजी-रोटी से जुड़ी है यह मामला – इश्तियाक अहमद खान नगर अध्यक्ष भैरहवा नेपाल
मनोज कुमार त्रिपाठी/उमेश चन्द्र त्रिपाठी
भैरहवा नेपाल /महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) : भारतीय सीमा से सटे नेपाल के रूपंदेही जिले के भैरहवा में स्थित गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट के नियमित संचालन को लेकर आज प्रथम चरण में जिले के समस्त उद्योगी, व्यवसाई, नागरिक समाज, बुद्धिजीवी और राजनीतिज्ञों ने भैरहवा एअरपोर्ट पर आज अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
सिद्धार्थ संज्जाल रूपंदेही के तत्वावधान में किए जा रहे शांति पूर्ण आंदोलन में संपूर्ण नागरिक समाज, बुद्धिजीवी, उद्योगी, व्यवसाई, राजनीतिज्ञ समेत सभी नागरिकों ने आंदोलन को समर्थन देने का फैसला कर आज एअरपोर्ट पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
इस अवसर धरना-प्रदर्शन में उपस्थित भीड़ को संबोधित करते हुए लुंबिनी प्रदेश के गृहमंत्री संतोष पांडे ने कहा कि यह भगवान बुद्ध की धरती है जहां शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन को चरणबद्ध रूप से किया जाएगा तथा गौतम बुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट चलाने के लिए केंद्र सरकार को हर हाल में मजबूर किया जाएगा।
धरना-प्रदर्शन में उपस्थित भीड़ को संबोधित करते हुए भैरहवा के नगर प्रमुख इश्तियाक अहमद खान ने कहा कि यह आंदोलन केवल एक व्यक्ति या एक संगठन का नहीं है इससे सबकी रोजी-रोटी जुड़ी हुई है। केंद्र सरकार को इस अंतर्राष्ट्रीय विमान स्थल से नियमित उड़ान तुरंत शुरू करना चाहिए।
भैरहवा भंसार एजेंट संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ शांत कुमार शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार को तुरंत इस विमान स्थल का संचालन शुरू कराना चाहिए ताकि लोगों को इस बड़ी समस्या से निजात मिल सके।
लुंबिनी सांस्कृतिक नगर पालिका की डिप्टी मेयर कल्पना हरिजन ने कहा की लुंबिनी भगवान बुद्ध की जन्म स्थली है। बुद्ध के नाम पर ही गौतम बुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट बना है। इसके पूर्ण रूप से संचालित न होने से यहां के उद्योगी, व्यवसाई, किसान, होटल व्यवसाई, पर्यटन पर काफी बुरा असर पड़ा है जिससे यहां बेरोजगारी की समस्या बढ़ी है। आंदोलनकारियों की मांगों पर सरकार को सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए जनहित और उद्योग, व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट से उड़ान तत्काल प्रभाव से शुरू करना चाहिए।
बता दें कि गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट का उद्घाटन 16 मई 2022 को प्रधानमंत्री के करकमलों से हुआ था। तब से इस अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट पर नियमित उड़ाने नहीं हुई। इसी को लेकर यहां के उद्योगी व्यवसाई लामबंद हैं।
भैरहवा स्थित होटल व्यवसाई संघ के अध्यक्ष सीपी श्रेष्ठ ने कहा कि सरकार की उदासीनता के कारण गोतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट से नियमित उड़ान नहीं हो पाया जिससे यहां के उद्योगी व्यवसाई भारी नुकसान में हैं। गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट को नियमित रूप से संचालित न होने का मुख्य कारण नेपाल के राजनीतिज्ञ और ब्यूरोक्रेट्स हैं। जो इस तराई और पिछड़े क्षेत्र का विकास नहीं चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि ये सभी लोग काठमांडू के विकास के साथ-साथ सिर्फ अपना विकास ही चाहते हैं। जिससे इनको व्यक्तिगत रूप से लाभ होता रहे। उन्होंने कहा कि गोतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट को चलाने के लिए हम लोग सिद्धार्थ संज्जाल के नेतृत्व में आज आंदोलन के प्रथम दिन चरणबद्ध तरीके से रैली निकाल कर धरना-प्रदर्शन कर आंदोलन किया। धरने में हजारों की संख्या में उद्योगी, व्यवसाई, नागरिक समाज, राजनीतिज्ञ तथा विभिन्न संघ-संगठनों ने भाग लिया।