नेपाल के अंतिम राजा श्री 5 महाराजधिराज ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव द्वारा नेपाल राष्ट्र निर्माता श्री 5 महाराजधिराज पृथ्वी नारायण शाह के मूर्ति का अनावरण कपिलवस्तु में कल

नेपाल के राष्ट्र नायक थे श्री 5 महाराजधिराज पृथ्वी नारायण शाह – डॉ राम प्रसाद बस्याल आयोजन समिति के संयोजक भैरहवा नेपाल
मनोज कुमार त्रिपाठी/ उमेश चन्द्र त्रिपाठी
भारतीय सीमा से सटे नेपाल की तराई कपिलवस्तु जिले के शिवराज नगर पालिका के खैरेन्द्रपुर चौक पर कल शनिवार को 11बजे दिन में नेपाल के अंतिम राजा श्री 5 महाराजधिराज ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव द्वारा नेपाल के राष्ट्र निर्माता श्री 5 महाराजधिराज पृथ्वी नारायण शाह के भव्य मूर्ति का अनावरण किया जाएगा।
इस बात की जानकारी आज आयोजन समिति के संयोजक डॉ राम प्रसाद बस्याल ने दी है। श्री बस्याल ने बताया कि कपिलवस्तु जिले के शिवराज नगर पालिका के राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के मेयर अजय थापा ने नगर पालिका के खैरेन्द्रपुर चौक पर नेपाल के राष्ट्र निर्माता श्री 5 महाराजधिराज पृथ्वी नारायण शाह का भव्य मूर्ति निर्माण कराया है जिसका अनावरण कल शनिवार को दिन में 11 बजे नेपाल के अंतिम राजा श्री 5 महाराजधिराज ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव द्वारा किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कल राजा ज्ञानेन्द्र की सवारी निकलेगी और सड़क मार्ग से कपिलवस्तु के शिवराज नगर पालिका तक जाएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस दौरान आप जनता द्वारा जगह-जगह राजा का भव्य स्वागत किया जाएगा। राजा ज्ञानेन्द्र की सवारी कल भैरहवा के सिद्धार्थ अभिलाषा होटल से निकल कर गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट और भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी से होते हुए सड़क मार्ग से कपिलवस्तु जाएगी।
बता दें कि श्री 5 महाराजधिराज पृथ्वी नारायण शाह एक राजा और आधुनिक नेपाल के संस्थापक थे। उनका जन्म 1723 में नेपाल के गोरखा जिले में हुआ था और वह नेपाल में शाह राजवंश के संस्थापक द्रव्य शाह की नौवीं पीढ़ी के वंशज थे।
श्री 5 महाराजधिराज पृथ्वी नारायण शाह को उनकी सैन्य विजय और कई छोटे राज्यों को एक बड़े नेपाल में एकजुट करने के लिए जाना जाता है। उन्होंने देखा कि नेपाल के विभाजित छोटे राज्यों को अंग्रेजों द्वारा जीतना आसान होगा, इसलिए उन्होंने अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के लिए एकीकृत नेपाल की कल्पना की। उन्होंने नुवाकोट, गोरखा, कीर्तिपुर, काठमांडू और पाटन के खिलाफ युद्ध छेड़कर उन पर कब्जा कर लिया और बाद में शहर पर घेराबंदी करके भक्तपुर पर कब्जा कर लिया। एकीकरण के बाद उन्होंने काठमांडू में नेपाल की राजधानी स्थापित की और नेपाल में शाह राजवंश की शुरुआत की।
श्री 5 महाराजधिराज पृथ्वी नारायण शाह को नेपाल के विकास में उनके योगदान के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने राष्ट्रीय पहचान की भावना विकसित करके, शासन और प्रशासन की प्रणाली स्थापित करके, व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देकर और सड़कों और पुलों जैसे बुनियादी ढांचे का निर्माण करके आधुनिक नेपाल की नींव रखी। उन्होंने नेपाल की संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
श्री 5 महाराजधिराज पृथ्वी नारायण शाह को नेपाल में व्यापक रूप से एक राष्ट्रीय नायक के रूप में जाना जाता है, और उनकी विरासत को आज भी याद किया जाता है और मनाया जाता है।