नेपाल नरेश ज्ञानेंद्र का एक झलक पाने के लिए यात्रा के 12 वें और अंतिम दिन आज लुंबिनी प्रदेश की राजधानी बुटवल में उमड़ा जन सैलाब

जय नेपाल,जय हिन्दू राष्ट्र “हाम्रो राजा हाम्रो देश, प्रांण भंदा प्यारो छ” के गगनभेदी नारों से आज गूंज उठा बुटवल
सनातन बैदिक धर्म की स्थापना हो- विराज विष्ट पूर्व मंत्री विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री नेपाल
मनोज कुमार त्रिपाठी/ उमेश चन्द्र त्रिपाठी
भैरहवा /महराजगंज: पड़ोसी मुल्क नेपाल के लुंबिनी प्रदेश की राजधानी बुटवल में आज यात्रा के 12 वें और अंतिम दिन नेपाल नरेश ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव का आखिरी धार्मिक यात्रा संपन्न हुआ।अपने राजा की एक झलक पाने के लिए हजारों लोगों की नजर सुबह से टकटकी लगाए थी इसी बीच भैरहवा स्थित होटल सिद्धार्थ अभिलाषा से राजा ज्ञानेन्द्र का काफिला बुटवल के लिए रवाना हुआ जहां पहुंचते ही जनसमुदाय ने “हाम्रो राजा हाम्रो देश प्रांण भंदा प्यारो छ” के नारे लगाकर उनका स्वागत और अभिनन्दन किया। राजा ज्ञानेन्द्र नीलकंठ बाबा धाम तथा श्री संतोषी माता गुरूकुल पहुंचे। जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की। नेपाल नरेश के मंदिर से बाहर आते ही जय नेपाल, जय हिन्दू राष्ट्र, हाम्रो राजा हाम्रो देश प्रांण भंदा प्यारो छ के उदघोष से पूरा बुटवल गूंज उठा। जनता ने अपने राजा को अपने बीच पाकर पुलकित और बेहद उत्साहित नजर आ रही थी।

नेपाल नरेश ज्ञानेन्द्र उपस्थित हजारों की भीड़ का अभिवादन किया। कहा कि नेपाल में हिन्दू राष्ट्र और प्रजा का राज होना चाहिए, मौजूदा हालात में देश की आर्थिक स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है तथा विकास पूरी तरह ठप है। इतना ही नेपाल की विदेश नीति पूरी तरह विफल रही है।
बता दें कि बुटवल में नेपाल नरेश ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव का नागरिक अभिनंदन समारोह आज यात्रा के 12 वें दिन बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया गया। अपने यशस्वी, लोकप्रिय और जनप्रिय राजा के आने की खबर से लुंबिनी प्रदेश की राजधानी बुटवल अपार जनसमूह से पट गया। प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि भीड़ इतनी थी कि, जहा तक नजर पहुंचा लोगों का हुजूम राजा को देखने और सुनने को आतुर था। इस दौरान राजा ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव के साथ श्री 5 बड़ा महरानी कोमल राज्य लक्ष्मी देवी शाह तथा उनकी बेटी प्रेरणा राज्य लक्ष्मी शाह भी मौजूद रहीं।