नेपाल में एक साल में 7 हजार 223 लोगों ने की आत्महत्या

काठमांडू ! नेपाल में वित्तीय वर्ष 2080/081 में 7 हजार 223 लोगों ने आत्महत्या की। रविवार को विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के मौके पर काठमांडू में आयोजित एक कार्यक्रम में इस आंकड़े की जानकारी दी गई। महामारी विज्ञान और रोग नियंत्रण प्रभाग के निदेशक यदुचंद्र घिमिरे ने कहा कि नेपाल की बात करें तो पिछले वित्तीय वर्ष 2080/081 में 7 हजार 223 लोगों ने आत्महत्या की। उन्होंने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि नेपाल में प्रतिदिन 20 लोग आत्महत्या करते हैं।
हालांकि एसडीजी का लक्ष्य घटाकर 4.7 कर दिया जाएगा, उन्होंने चिंता जताई कि आत्महत्या की दर बढ़ रही है। नेपाल में, 6.5 प्रतिशत वयस्कों और 3.9 प्रतिशत किशोरों के मन में आत्महत्या के विचार आते हैं और 15 से 45 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं की मृत्यु का नंबर एक कारण आत्महत्या है। उनके मुताबिक आत्महत्या के कई कारणों में जैविक कारण, मानसिक बीमारी, शारीरिक, मनोसामाजिक और मनोवैज्ञानिक कारण हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोग सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक कारणों से आत्महत्या करते हैं।
दुनिया में मौत का 15 वां कारण आत्महत्या है। अनुमान है कि दुनिया में हर साल 700,000 लोग आत्महत्या से मर जाते हैं। उन्होंने कहा कि एक आंकड़ा है कि दुनिया में हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति आत्महत्या करता है। विश्व में आत्महत्या के 77 प्रतिशत मामले अत्यंत निम्न एवं मध्यम आर्थिक स्थिति वाले देशों में होते हैं। उसमें से केवल 39 प्रतिशत दक्षिण पूर्व एशिया में है। इस वर्ष विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस ‘आओ आत्महत्या दिवस पर संवाद शुरू करें, नजरिया बदलें’ के नारे के साथ मनाया जा रहा है।