नेपाल के विकास में वन और कृषि क्षेत्र का विशेष योगदान

नेपाल के विकास में सहायक है कत्था उद्योग,पर्यावरण को बचाए रखना हम सब का दायित्व – नवराज रोक्का एमडी माऊंट एवरेस्ट कत्था मिल्स प्रा. लि. तिलोत्तमा रूपंदेही नेपाल
मनोज कुमार त्रिपाठी
भारतीय सीमा से सटे नेपाल के रूपंदेही जिले के तिलोत्तमा माऊंट कत्था मिल्स प्रा.लि. के एमडी नवराज रोक्का ने कहा है कि नेपाल के विकास में कृषि और वन क्षेत्र का विशेष योगदान है। श्री रोक्का ने मंगलवार को एक पत्रकार वार्ता के दौरान उक्त बातें कही। उन्होंने बताया कि नेपाल में वन और कृषि क्षेत्र का विशेष महत्व है। अगर इस क्षेत्र पर ध्यान दिया जाए तो नेपाल के विकास की अपार संभावनाएं दिखाई देती हैं। इतना ही नहीं इन क्षेत्रों के संरक्षण से पर्यावरण भी शुद्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के विकास से जहां एक तरफ यहां की जनता को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा वहीं दूसरी तरफ देश से युवाओं और महिलाओं का पलायन भी रूक जाएगा। उन्होंने कहा कि नेपाल का कृषि क्षेत्र पूरी तरह से उपजाऊ है। जहां हर तरह की फसल होती है। वन क्षेत्र में काफी जड़ी-बूटी है जो दवा बनाने के काम आती है। नेपाल में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं। जो नेपाल की तरक्की में अपना भरपूर योगदान दे सकता है।तमाम तरह के फल-फूल के वृक्ष हैं। जिनसे लोगों की रोजी-रोटी चलती है। कृषि क्षेत्र में शब्जियां भी खूब उगाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि यहां करीब 16 सालों से कत्था फैक्ट्री चल रही है जो शुद्ध रूप से स्थानीय उत्पाद है। इस फैक्ट्री का उत्पादित माल बांग्लादेश, इंडोनेशिया, भारत, पाकिस्तान, चाइना और वर्मा निर्यात किया जाता है।
फैक्ट्री में काम कर रहे वर्कर सुबाष आर्या ने बताया कि इस फैक्ट्री में तीन तरह का कत्था बनता है जो अलग-अलग चीजों में इस्तेमाल होता है। जिसका बड़े पैमाने पर निर्यात होता है। इस फैक्ट्री में लकड़ी और उडेन मार्बल का भी कार्य होता है।