पुलवामा हमले की पांचवीं बरसी पर पीएम मोदी ने दी जवानों को श्रद्धांजलि

उमेश चन्द्र त्रिपाठी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बुधवार 14 फरवरी 2024 को पुलवामा आतंकी हमले में शहीद होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि मैं पुलवामा में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हमारे राष्ट्र के लिए उनकी सेवा और बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले को आज बुधवार को पांच साल पूरे हो गए
पुलवामा आतंकी हमला 14 फरवरी 2019 को हुआ था। इसे भारत पर हुए सबसे खतरनाक आतंकी हमलों में से एक माना जाता है। इस काले दिन आतंकियों ने 200 किलो विस्फोटकों के लदे वाहन के जरिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले को निशाना बनाया। आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे, जबकि 35 घायल हुए थे। सीआरपीएफ के काफिले में 78 गाड़ियां थीं, जिसमें 2500 से ज्यादा जवान सफर कर रहे थे।
राहुल ने भी पुलवामा शहीदों को दी श्रद्धांजलि
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी पुलवामा के शहीदों को याद किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल ने लिखा पुलवामा आतंकी हमले के वीर शहीदों को शत शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि। भारत की रक्षा को समर्पित उनके इस सर्वोच्च बलिदान के लिए देश सदा ऋणी रहेगा।
भारतीय सेना ने दिया था मुंहतोड़ जवाब
पुलवामा में हुए आतंकी हमले को पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने अंजाम दिया था। इस आतंकी संगठन का मुखिया मौलाना मसूद अजहर है। भारत ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले का जवाब दो हफ्ते से भी कम समय में दे दिया था। भारतीय वायुसेना के जवानों ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी संगठन के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था। इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी सेना ने भी अपने लड़ाकू विमान भेज दिया थे। इस आतंकी हमले की वजह से भारत और पाकिस्तान के रिश्ते काफी खराब हो गए थे।
भारत के हमले के बाद पाकिस्तानी वायुसेना के एफ-16 विमान भारतीय एयरस्पेस में घुस आए। वे जम्मू-कश्मीर में सेना के प्रतिष्ठानों को निशाना बनाना चाहते थे। हालांकि भारतीय वायुसेना ने उनके नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया और पाकिस्तान का एक एफ-16 विमान भी तबाह कर दिया गया। बढ़ रहे तनाव के बीच भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को भी पकड़ लिया गया, जिन्हें बाद में पाकिस्तान ने 1 मार्च, 2019 को रिहा कर दिया। चुनौतियों और टकराव के बावजूद, भारत आज भी आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख पर दृढ़ है और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देना जारी रखे हुए है।