स्वस्थ शरीर से ही होता है स्वस्थ मस्तिष्क का विकास

खेल को बढावा देने के साथ युवाओं के सपने को साकार करने का मंच है खेल स्पर्धा : पंकज चौधरी
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज: महराजगंज जिले में स्थित स्पोर्ट्स स्टेडियम में सासंद खेल स्पर्धा के अन्तर्गत सदर विधान सभा क्षेत्र के प्रतियोगिता का उद्घाटन केद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने झंडारोहण व मशाल जलाकर किया। स्पर्धा के मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री व सांसद पंकज चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष रविकान्त पटेल, सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया, प्राचार्य पीजी कॉलेज डॉक्टर अजय मिश्र ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर किया। खेल स्पर्धा को सम्बोधित करते हुए केद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने जनसमूह व खिलाडियों को सम्बोधित किया। वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि आज का दिन जनपद के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, जहां हम ‘सांसद खेल स्पर्धा 2024’ के उद्घाटन के लिए एकत्रित हुए हैं। खेलों के महत्व की बात करें तो स्वामी विवेकानंद ने कहा, “मेरा युवा शक्ति से आग्रह है कि व अपनी मस्तिष्क व शक्ति दोनों को बढ़ायें, उनके हाथ मजबूत हों, उनकी मांसपेशियां और अधिक शक्तिशाली हों, ताकि वे इस भूमि को फिर से महान बना सकें।” मंत्री ने आगे कहा की पिछले वर्ष की इस स्पर्धा की अपार सफलता ने हम सभी को यह समझने में मदद की कि खेल न केवल व्यक्तिगत क्षमता को निखारते हैं, बल्कि समुदायों को भी एक साथ लाते हैं। इस वर्ष, हम अधिक व्यवस्थित और विस्तृत तरीके से आगे बढ़ रहे हैं। हमने पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग श्रेणियों में प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया है, ताकि प्रत्येक खिलाड़ी अपनी पूरी क्षमता के साथ प्रतिस्पर्धा कर सके। इस वर्ष, हम एथलेटिक्स, गोला फेंक, लंबी कूद, उच्च कूद, कुश्ती, खो-खो, वॉलीबॉल, क्रिकेट, और फुटबॉल जैसे खेलों में स्पर्धाएं आयोजित कर रहे है। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए विशेष खुशी हो रही है कि हम कुछ ‘देशी खेलों’ का भी आयोजन कर रहे हैं, जो हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग हैं। यह हमारे युवाओं को न केवल अपनी
खेल क्षमता का प्रदर्शन करने का मौका देगा,बल्कि उन्हें हमारी विरासत से जोड़े रखने में भी मदद करेगा। पीएम मोदी ने कहा है, “खेल जीवन के सर्वोत्तम गुरु होते हैं, जो हमें अनुशासन,समर्पण और टीम वर्क का महत्व सिखाते हैं।” हमारी सरकार ने खेलों और युवा विकास के प्रोत्साहन के लिए विभिन्न पहलें शुरू की हैं। ‘खेलो इंडिया’ जैसी पहल केवल युवा प्रतिभाओं को पहचानने में ही नहीं मदद कर रही हैं, बल्कि उन्हें उचित प्रशिक्षण और सहायता भी प्रदान कर रही हैं। ‘फिट इंडिया मूवमेंट’, ‘टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम और राष्ट्रीय खेल अकादमियों की स्थापना जैसे कदम, न केवल खेलों को बढ़ावा देने में मदद कर रहे हैं, बल्कि युवाओं को अपने सपनों को साकार करने के लिए एक मंच भी प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा, ‘नेशनल स्पोर्ट्स एजुकेशन बोर्ड’ की स्थापना से खेल शिक्षा को और भी अधिक प्रोत्साहित आप की कड़ी मेहनत और समर्पण इस कार्यक्रम की सफलता की कुंजी है। अंत में, मैं अपने युवा प्रतिभागियों को यह कहना चाहूंगा कि आपका हर प्रयास, हर जीत, और हर हार हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। आइए, हम सभी मिलकर इस स्पर्धा को न केवल एक खेल के रूप में देखें, बल्कि एकता, अनुशासन, और उत्कृष्टता की ओर हमारे साझा प्रयास के रूप में देखें। मुख्य अतिथि द्वारा स्पर्धा का झंडारोहण कर विगत विजेता खिलाड़ी ने मशाल दौड़ किया।