उमेश चन्द्र त्रिपाठी
बस्ती/महराजगंज : बहुचर्चित राहुल मद्देशिया अपहरण केस में फरार चल रहे पूर्व मंत्री अमरमणि की ज्ञात संपत्ति की कुर्की के लिए गठित विशेष पुलिस टीम लखनऊ में डेरा डाले हुए है। वहां पर डीएम लखनऊ से कुर्की की तारीख तय करने के लिए बस्ती पुलिस ने अनुरोध किया है। इसके अलावा जनपद महराजगंज में पूर्व मंत्री की कुर्की के लिए पुलिस ने आगे की प्रक्रिया शुरु कर रखी है। फिलहाल पहले लखनऊ फिर महराजगंज में कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकरण की गुरुवार को सप्तम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एमपी-एमएलए प्रमोद कुमार गिरि की अदालत में अगली सुनवाई की जानी है। इस मामले में पहले से ही एमपी-एमएलए कोर्ट ने कुर्की का आदेश दे रखा है। कोतवाली पुलिस की ओर से सीआरपीसी की धारा 182 के तहत अमरमणि के गोरखपुर आवास पर कुर्की की नोटिस ढाई महीने पहले ही चस्पा की जा चुकी है। अदालत की ओर आदेश है कि फरार अभियुक्त अमरमणि की पूरे भारत में जहां कहीं भी संपत्ति हो उसका पता किया जाए। मालूम हो कि अभी तक लखनऊ व महराजगंज जिले में ही अमरमणि की अचल संपत्ति पुलिस ने ज्ञात कर पाई है।
एसपी बस्ती ने कुर्की के लिए चल-अचल संपत्तियों के आकलन के लिए पांच टीमें पहले ही गठित कर रखी है। उनके संभावित संपत्ति के ठिकानों गोरखपुर, महराजगंज से अमरमणि की प्रापर्टी का ब्योरा जुटाया जा रहा है। अब तक मिली प्रापर्टी में महराजगंज के नौतनवां में एक मकान और लखनऊ के विक्रांत खंड में 450 वर्गमीटर भूखंड जिसकी कीमत एक करोड़ 18 लाख 80 हजार रुपये कीमत की आकी गई है। इसी प्रकरण के संबंध में 13 मार्च 24 को हाईकोर्ट इलाहाबाद में सुनवाई की तारीख है।
यह है 22 साल पुराना अपहरण का केस
छह दिसंबर वर्ष 2001 में बस्ती कोतवाली क्षेत्र के गांधीनगर के धर्मराज मद्धेशिया के बेटे राहुल मद्धेशिया का अपहरण हो गया था। तत्कालीन विधायक अमरमणि त्रिपाठी के लखनऊ स्थित आवास से पुलिस ने धर्मराज के बेटे को बरामद किया था। इस मामले में पूर्व विधायक समेत नौ लोग आरोपित रहे हैं। इनमें पूर्व विधायक अमरमणि त्रिपाठी के खिलाफ 82 सीआरपीसी और नैनीश शर्मा, शिवम उर्फ रामयज्ञ के खिलाफ कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।