वाराणसी के पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा ने थामा भाजपा का दामन, इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव, कांग्रेस को बड़ा झटका

पूर्वांचल में कांग्रेस के कद्दावर नेता व वाराणसी के पूर्व सांसद डॉ राजेश मिश्रा ने थामा भाजपा का दामन, इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव, कांग्रेस को बड़ा झटका
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
वाराणसी/महराजगंज : 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। राज्य की संसदीय लोकसभा सीट वाराणसी से सांसद रहे राजेश मिश्रा ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है। वह मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। माना जा रहा है कि राजेश मिश्रा भदोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं?

बीजेपी में शामिल होने के बाद डॉ राजेश मिश्रा ने कहा कि मेरी कोशिश होगी की इस बार बनारस लोकसभा सीट पर विपक्ष के दल का जो भी प्रत्याशी होगा उसको पोंलिग एजेंट भी नहीं मिलेगा । ये सौभाग्य की बात है की मोदी जी वाराणसी के सांसद है। पूरे दुनिया में आज मोदी जी ने देश का नाम रौशन किया है।
बता दें कि डॉ राजेश मिश्रा साल 2004 से 2009 के बीच वाराणसी से कांग्रेस के सांसद रहे हैं। राजेश मिश्रा को आज रवि शंकर प्रसाद और अरुण सिंह ने पार्टी में शामिल कराया।
यूपी में कांग्रेस ने सपा के सामने सरेंडर कर दिया- मिश्रा
इससे पहले फरवरी में डॉ राजेश मिश्रा ने सपा और कांग्रेस के बीच अलायंस होने के बाद पार्टी नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने दावा किया था कि कांग्रेस का संगठन खत्म हो गया है, बूथ स्तर के कार्यकर्ता नहीं बचे हैं। पिछले तीस सालों में कांग्रेस की स्थिति काफी खराब हुई है।
अलायंस पर डॉ मिश्रा ने कहा था कि यूपी में कांग्रेस ने सपा के सामने सरेंडर कर दिया। गठबंधन में कांग्रेस को जो सीट मिली है, वहां पार्टी के पास उम्मीदवार ही नहीं है। उन्होंने कहा कि न्याय यात्रा में जातियों पर संबोधित करना गलत है। डॉ मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा नहीं भारत तोड़ो न्याय यात्रा की तरह काम कर रहे हैं। कई वरिष्ठ नेता पार्टी से नाराज हैं।