ककरहवा बार्डर : नेपाल में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे सात महिला समेत 16 बांग्लादेशी नागरिकों को एसएसबी ने पकड़ा

सार
ककरहवा बाजार और नेपाल की सीमा सटी है। लोग पैदल आते-जाते हैं। टूरिस्ट बस में बैठे पर्यटक पैदल बाजार में घूमने लगे। वह धीरे-धीरे नेपाल सीमा की ओर जा रहे थे कि एसएसबी जवानों ने संदेह के आधार पर रोक कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी। पकड़े गए आरोपितों ने प्रश्नों का उत्तर बंगाली में देना शुरू किया तो पूछताछ के लिए ककरहवा एसएसबी कैंप में ले जाया गया।
मोहाना थाना के ककरहवा बाजार में पकड़े गए हैं सभी बांग्लादेशी
ककरहवा बार्डर पर इमीग्रेशन कार्यालय नहीं होने से किसी भी विदेशी पर्यटक का नेपाल जाना और आना पूरी तरह गलत- जीवन तिवारी थानाध्यक्ष मोहाना सिद्धार्थनगर
उमेश चन्द्र त्रिपाठी/अशोक कुमार त्रिपाठी
सिद्धार्थनगर/ महराजगंज!एसएसबी 43 वीं वाहिनी ने गुरुवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे मोहाना थाना के ककरहवा बाजार से 16 बांग्लादेशी को पकड़ा है। इनमें सात महिलाएं भी हैं। यह सभी पैदल नेपाल जाने का प्रयास कर रहे थे।
इनके पास बांग्लादेश से भारत में घूमने के लिए वीजा मिला है। इस वीजा की वैधता अवधि मई 2024 तक बताई जा रही है। नेपाल में जाने से संबंधित कोई कागजात नहीं दिखा सके हैं। एसएसबी, पुलिस व गुप्तचर संस्थाओं के अधिकारी व कर्मचारी इनसे पूछताछ में जुटे हैं।
मोहाना थाना के ककरहवा बाजार में सुबह करीब आठ बजे एक टूरिस्ट बस आकर रुकी। ककरहवा बाजार और नेपाल की सीमा सटी है। लोग पैदल आते-जाते हैं। टूरिस्ट बस में बैठे पर्यटक पैदल बाजार में घूमने लगे। वह धीरे-धीरे नेपाल सीमा की ओर जा रहे थे कि एसएसबी के जवानों ने संदेह के आधार पर रोक कर पूछताछ शुरू कर दी। पकड़े गए आरोपितों ने प्रश्नों का उत्तर बंगाली में देना शुरू किया तो पूछताछ के लिए ककरहवा एसएसबी कैंप में ले गए।
सभी के प्रपत्रों की जांच शुरू की। बांग्लादेश के नागरिक होते ही इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में इन सभी ने अपने आप को बौद्धिस्ट बताया है। यह सभी बौद्ध तीर्थ स्थलों पर घूमने के लिए आए हैं। इनसे यह जानकारी ली जा रही है कि जब उनके पास नेपाल का वीजा नहीं है तो वह क्यों पैदल बार्डर पार करने का प्रयास कर रहे थे।
मोहाना थानाध्यक्ष जीवन त्रिपाठी मीडिया को बताया कि ककरहवा बाजार में बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है। सभी जांच एजेंसी के अधिकारी व कर्मचारी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। इन सभी के पास भारत का वीजा है लेकिन ककरहवा में इमीग्रेशन कार्यालय नहीं होने के कारण विदेशी नागरिकों का नेपाल में यहां से जाना और आना दोनों प्रतिबंधित है।