
नेपाल के लुंबिनी में बुद्ध की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाने का चीन का प्रस्ताव
उमेश चन्द्र त्रिपाठी/ मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू/महराजगंज ! नेपाल में नई सरकार बनते ही चीन ने एक नया चाल चला है। चीन ने नेपाल के लुंबिनी में गौतम बुद्ध की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव दे दिया है। कहा जा रहा है कि भारतीय सीमा से सटे लुंबिनी में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए चीन के तरफ से इस तरह का प्रस्ताव दिया गया है।
काठमांडू स्थित चाइना के दूतावास ने नेपाल के संस्कृति तथा पर्यटन मंत्रालय को यह प्रस्ताव भेजा है। लुंबिनी विकास कोष के सदस्य सचिव ल्हाकार लामा ने मीडिया को बताया कि चीन सरकार लुंबिनी में विश्व की सबसे ऊंची बुद्ध की प्रतिमा निर्माण करने का प्रस्ताव लेकर आई है। इस समय चीन में ही बुद्ध की सबसे ऊंची प्रतिमा है जिसकी ऊंचाई 128 मीटर है। लामा ने बताया कि लुंबिनी में 130 मीटर ऊंची बुद्ध की प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव किया गया है। चीन की इस प्रतिमा के निर्माण पर 50 मिलियन डॉलर खर्च करने की योजना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन, नेपाल को भारत के बुद्ध सर्किट से अलग करने के लिए इस तरह की योजना ला रहा है। भारत द्वारा लुंबिनी में बनाए जा रहे सांस्कृतिक केन्द्र को टक्कर देने के लिए यह योजना लाई गई है। बौद्ध मामलों के जानकार सिद्धार्थ गौतम ने कहा कि नेपाल सरकार को चीन के इस तरह के षडयंत्र का हिस्सा नहीं बनना चाहिए। लुंबिनी को केन्द्र बनाकर चीन,भारत सहित पश्चिम देशों के साथ कूटनीतिक संबंधों में दरार लाना चाहता है।
चीन के प्रस्ताव में कहा गया है इस प्रतिमा के निर्माण का सम्पूर्ण खर्च चीन के पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय, सिचुआन की प्रोंसियल गवर्नमेंट के तरफ से किया जाएगा। बदले में चीन ने नेपाल सरकार से सैकडों बीघा जमीन की मांग की है, जिसमें चीनी कंपनी द्वारा होटल, रेस्टोरेंट, कैसिनो, रिक्रिएशन सेंटर खोलने की बात कही गई है।