महराजगंज सीट पर वोटिंग शुरू

केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी और कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी के बीच कड़ा मुकाबला, 20 लाख वोटर्स चुनेंगे सांसद
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज! महाराजगंज संसदीय सीट के लिए 2084 बूथों पर मतदान शुरू हो गया है। जिले के 20 लाख चार हजार मतदाता लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होकर आठ प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। सुबह से लोग वोट डालने के लिए लाइन में लगे हुए हैं। जिलाधिकारी अनुनय झा ने भी लाइन में लगकर मतदान किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के इस पर्व में सबकी हिस्सेदारी जरूरी है।
यहां 20,03,249 मतदाता अपना सांसद चुनेंगे। इनमें 10,55,233 पुरुष वोटर्स हैं। 9,47,940 महिला मतदाता हैं। इसके अलावा 76 थर्ड जेंडर वोटर्स हैं। इस सीट से 6 बार के सांसद एवं वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी 9वीं बार बीजेपी के टिकट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से फरेंदा से विधायक चुने गए वीरेंद्र चौधरी को कांग्रेस ने टिकट दिया है। वह इंडी गठबंधन के प्रत्याशी हैं। बसपा ने यहां से मुस्लिम प्रत्याशी पर दांव लगाते हुए मोहम्मद मौसमे आलम को टिकट दिया।बता दें कि भाजपा प्रत्याशी पंकज चौधरी पुराने राजनीतिक खिलाड़ी माने जाते हैं। माना जाता है कि यहां कुर्मी वोटर काफी संख्या में हैं। जिनका समर्थन पंकज चौधरी को मिलता रहा है। इस बार कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र चौधरी के चुनाव लड़ने से कुर्मी वोटर्स में बंटवारा होना तय माना जा रहा है। इस सीट पर भाजपा और इंडी गठबंधन के बीच सीधी लड़ाई है।
बसपा प्रत्याशी की चाल पर भी सबकी निगाह टिकी हैं। इस चुनाव में बसपा के परंपरागत वोट बैंक की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
लोकसभा चुनाव 2019 में महराजगंज में कुल 64.68 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2019 के आम चुनाव में भाजपा उम्मीदवार पंकज चौधरी ने 3,40,424 के भारी अंतर से जीत हासिल की थी। चुनाव को सकुशल चुनाव संपन्न कराने के लिए 7000 पुलिसकर्मी और होमगार्ड्स के जवानों के साथ 17 कम्पनी सीपीएमएफ और 4 कंपनी पीएसी लगाई गई है। जिले में कुल 216 क्रिटिकल बूथ हैं।
जानें जातीय समीकरण
महराजगंज संसदीय क्षेत्र में अन्य पिछड़ा वर्ग के लगभग 22% मतदाता हैं। अनसूचित जाति के 18 और मुस्लिम समाज के मतदाताओं की संख्या 17% है। महराजगंज में कुर्मी की संख्या 9% हैं। वहीं वैश्य और निषाद मतदाता 7-7 प्रतिशत और ब्राह्मण लगभग 8 व यादव 9% हैं। क्षत्रिय मतदाताओं की संख्या जिले में मात्र 3 प्रतिशत है। महराजगंज लोकसभा सीट में पांच विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इसमें चार पर जहां भाजपा और गठबंधन का कब्जा है, तो वहीं एक सीट कांग्रेस के पास है, जो इस बार गठबंधन के प्रत्याशी भी हैं।

महराजगंज संसदीय क्षेत्र का सियासी समीकरण
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार इस बार महराजगंज लोकसभा क्षेत्र में मोदी फैक्टर बिल्कुल नहीं दिख रहा है। मतदाताओं का रुझान गठबंधन की ओर है। हालांकि,मतदाताओं की नाराजगी भाजपा से नहीं, बल्कि सांसद पंकज चौधरी से है। दरअसल सांसद कभी क्षेत्र में गए हीनहीं । जो लोग भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ या अन्य सरकारी सुविधाओं का फायदा पा चुके हैं, ऐसे लोग नाराजगी के बाद भी भाजपा को वोट देने की बात कर रहे हैं। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में वोटर चुप्पी साधे हुए हैं।