उमेश चन्द्र त्रिपाठी
लखनऊ/ गोरखपुर /महराजगंज! उत्तर प्रदेश में कुख्यात अपराधियों को संरक्षण देने के मुद्दे पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। सातवीं बार के भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह ने यूपी सरकार पर अविश्वास जताते हुए एक पत्र लिखा, जिससे दिल्ली से लेकर लखनऊ तक खलबली मच गई है।
फतेह बहादुर सिंह ने अपने पत्र में गंभीर आरोप लगाए हैं कि यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री की हत्या की डील 5 करोड़ रुपये में हुई थी। यह आरोप राज्य में बढ़ते अपराध और राजनीतिक संरक्षण के मुद्दे को और भी गंभीर बना देता है।
विधायक फतेह बहादुर सिंह ने लिखा है कि उन्हें अपनी ही सरकार पर भरोसा नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि कैसे कुख्यात अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है और वे खुलेआम घूम रहे हैं। इस पत्र के बाद से राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है।
यह मामला भाजपा के अंदर गहरे संकट का संकेत दे रहा है। भाजपा नेतृत्व को इस मामले पर स्पष्ट जवाब देना होगा, क्योंकि इससे सरकार की साख पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पत्र में लगाए गए आरोपों की जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जा सकता है। कद्दावर विधायक फतेह बहादुर सिंह के इन खुलासों ने राज्य की राजनीति में तूफान खड़ा कर दिया है।
विधायक फतेह बहादुर सिंह ने सीएम योगी से मांग किया और कहा कि मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री इस पर तुरंत संज्ञान लेकर कार्रवाई करेंगे। सरकार के स्थानीय और नीचे के अधिकारी बात नहीं सुन रहे और यह सबसे बड़ी समस्या है।
अब देखना यह होगा कि भाजपा नेतृत्व और यूपी सरकार इस संकट से कैसे निपटती है और जनता के सामने क्या सफाई देती है।
गोरखपुर के डीएम और एसएसपी का आया बयान