क्या है सौर्य एअरलाइंस का इतिहास!

मरम्मत के लिए जा रहा था 21 साल पुराना विमान
सभी यात्री एयरलाइंस स्टाफ थे, साबित हुआ आखिरी सफर
नेपाल में जो प्लेन क्रैश हुआ है, इस विमान का हादसों का इतिहास रहा है। सौर्य एयरलाइंस के पास ऐसे तीन प्लेन की फ्लीट है। इसमें अधिकतम 50 लोग बैठ सकते हैं।
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
काठमांडू! नेपाल के काठमांडू स्थिति त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जो प्लेन क्रैश हुआ है, उसका इतिहास ही हादसों से भरा पड़ा है। इसे कनाडा की कंपनी की बॉम्बार्डियर बनाती है। यह CRJ200 मॉडल प्लेन है। नेपाल की निजी एयरलाइंस कंपनी सौर्य एअरलाइंस के पास ऐसे तीन प्लेन्स हैं। जिन हादसों की बात कर रहे हैं, वो इस प्लेन के मॉडल से संबंधित है न कि सौर्य एयरलाइंस की।
मरम्मत के लिए जा रहा था 21 साल पुराना विमान
सौर्य एयरलाइंस ने बताया है कि यह विमान बॉम्बार्डियर CRJ-200ER था। जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर 9N-AME और सीरियल नंबर 7772 था। यह विमान साल 2003 में बना था। मरम्मत के लिए जा रहा था। हादसे से पहले विमान में जितने भी 19 लोग बैठे थे, वो सभी सौर्य एयरलाइंस के स्टाफ थे।
क्यों जा रहा था पोखरा विमान?
सौर्य एयरलाइंस ने कहा है कि उसका CRJ200ER विमान पोखरा इसलिए जा रहा था ताकि रेगुलर मरम्मत हो सके। टेक्निकल इंस्पेक्शन होना था। पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के प्रवक्ता जशोदा रेग्मी ने बताया कि इस विमान को एक महीने के लिए हैंगर में रखने वाले थे, ताकि टेक्निकल इंस्पेक्शन करने के बाद मरम्मत कर सकें।
जशोदा ने कहा कि जैसे बाइक कार की सर्विसिंग होती है, वैसे ही हम इस प्लेन का करते हैं। यह विमान 11.11 बजे टेकऑफ के समय क्रैश कर गया। यह विमान रनवे 20 पर क्रैश हुआ है, जबकि इसने टेकऑफ किया था रनवे 2 से।
कहां-कहां सेवाएं देता है सौर्य एयरलाइंस
अगस्त 2017 से यह कंपनी नेपाल के सात डेस्टिनेशन में उड़ान सेवाएं दे रही है। ये जगहें हैं- भद्रपुर, विराटनगर, धनगढ़ी, काठमांडू, नेपालगंज, पोखरा और सिद्धार्थनगर. बॉम्बार्डियर का CRJ200 विमान 50 सीटर होता है। यानी इसमें 50 लोग यात्रा कर सकते हैं। यह देखने में CRJ100 जैसा ही दिखता है.
हालांकि यह पुराने वाले वर्जन से अपग्रेडेड प्लेन है।
बॉम्बार्डियर के प्लेन्स का हादसों भरा इतिहास रहा है। 26 जुलाई 2003 से लेकर 2016 तक 14 बड़े हादसे हो चुके हैं। 14 नवंबर 2004 में चीन में इसी मॉडल का प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। घटना इनर मंगोलिया की है। तब 53 लोग मारे गए थे। ऐसा ही हादसा 2006 में केंटकी में हुआ, वहां पर 49 लोग मारे गए थे।

सौर्य एयरलाइंस द्वारा जारी मृतकों की लिस्ट
इस विमान में दो कॉकपिट क्रू होते हैं। केबिन की ऊंचाई 6.1 फीट होती है। जबकि चौड़ाई 8.3 फीट होती है। इस विमान की लंबाई 87.10 फीट है, विंगस्पैन 20.8 फीट है।
यह विमान अधिकतम 6124 किलोग्राम का वजन लेकर उड़ान भर सकता है। एक विमान में अधिकतम 8081 लीटर ईंधन आता है। एक बार फ्यूल भरने के बाद यह अधिकतम 3056 किलोमीटर की रेंज तक जा सकता है। इसकी अधिकतम गति 860 किमी प्रति घंटा है। यह सबसे अधिक 41 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है। टेकऑफ के लिए इसे कम से कम 1770 मीटर का रनवे चाहिए। लैंडिंग के लिए 1480 मीटर का रनवे भी काम करता है।