स्वयंसेवी संस्था माइती नेपाल द्वारा मानव तस्करी पर आयोजित की भैरहवा में कार्यशाला

भारत की तरफ से कार्यशाला में मानव सेवा संस्थान के प्रतिनिधि भी रहे मौजूद
मनोज कुमार त्रिपाठी
भैरहवा नेपाल! स्वयंसेवी संस्था माइती नेपाल द्वारा मानव तस्करी को रोकथाम को लेकर भैरहवा नेपाल में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि इस जटिल समस्या के समाधान के लिए दोनों पक्षों को सहयोग करना चाहिए। मानव तस्करी एवं एंटी ट्रैफिकिंग के लिए गुरुवार को भैरहवा में आयोजित प्रवेश एवं निकास कार्यक्रम में वक्ताओं ने अपना गुस्सा जाहिर किया।
यह कार्यक्रम नेपाल और भारत की सीमा से लगे दोनों देशों के सुरक्षा कर्मियों और सामाजिक संगठनों की सराहना के लिए आयोजित किया गया था। माइती नेपाल भैरहवा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में रूपन्देही के सहायक मुख्य जिलाधिकारी विजयराज पौडे़ल, जिला शासकीय कार्यालय रूपन्देही के वकील डंबर प्रसाद काफ्ले, सशस्त्र पुलिस बल नेपाल पुलिस के सशस्त्र पुलिस पर्यवेक्षक विजय थापा, जिला के प्राथमिक पर्यवेक्षक लाखी सुनील त्रिपाठी उपस्थित थे। पुलिस पदाधिकारी भीमार्जुन अधिकारी, इंसेक प्रतिनिधि रीमा बीसी, मानव सेवा गोरखपुर केंद्र प्रभारी चन्द्रशेखर सिंह, श्रवण कुमार आदि ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में माइती नेपाल भैरहवा की परियोजना समन्वयक माया आरिया ने माइती नेपाल द्वारा ग्रीका कार्यक्रम के बारे में प्रस्तुति दी। कार्यक्रम संचालन क्षेत्र समन्वयक सनोज चौधरी का स्वागत था।
माइती नेपाल एक गैर-सरकारी संगठन है जो पूरे नेपाल के 81 जिलों में काम कर रहा है। जिसमें चौदह वात अवधिक गृह, 3 वात निवारक गृह, 2 वात निवारक गृह और 2 वात स्नेह गृह हैं। मैती नेपाल उड्डा ने गार्डाई आय के समन्वयक द्वारा मानव बचाव, परिवहन और अंग बचाव, पुनर्वास और पुनर्मिलन के कार्यों के बारे में भी बताया।