धर्मांतरण के लिए नेपाल गये भारतीयों की नेपाल के हिंदू संगठनों ने पिटाई के बाद पोती मुंह में कालिख

नेपाल पुलिस के हस्तक्षेप से भारतीयों को वापस भारत भेजा गया
हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो
ठूठीबारी/ महराजगंज ! महराजगंज जनपद मे धर्मातंरण का मामला गरमाने के बाद सरहद पार धर्म परिवर्तन की नई चाल चली गयी है। जहां नेपाली नागरिको ने धर्म परिवर्तन करने पहुंचे भारत के नागरिकों को कालिख पोत खदेड़ दिया। नेपाल से सटे सीमावर्ती थाना महेशपुर नेपाल में शनिवार को सुबह दो बसों में भरकर नेपाल के चर्च में प्रार्थना और धर्म परिवर्तन के लिए पहुंचे लोगों को कालिख पोती गई है। साथ ही कुछ लोगों की पिटाई भी कर दी गई है। मौके पर पहुंची नेपाल पुलिस ने सभी लोगों को थाने ले जाकर पहचान कराई और फिर वापस भारत भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि नेपाल के ग्राम देवदह नगर पालिका थाना खैरहनी स्थित एक चर्च के पादरी अमोस पास्टर ने भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों से लोगों को अपने खर्चे पर बस भेजकर धर्मांतरण के लिए लिए नेपाल बुलाया था।
नेपाली बसों में भरकर निचलौल और ठूठीबारी सहित सदर थाना क्षेत्र के लोग नेपाल पहुंचे थे। जहां महेशपुर में अमोस पास्टर के साथ चर्च जाने वाले थे। इसी दौरान विश्व हिंदू परिषद नेपाल और बजरंग दल नेपाल के कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय हिंदुओं को इसकी जानकारी मिल गई। जहां सैकड़ों की संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने मौके पर जुटकर हंगामा खड़ा कर दिया।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची नेपाल पुलिस ने बस में सवार 15 लोगों को पकड़कर थाने ले गई। जहां उनका नाम और पता लिखकर उन्हें वापस भारत भेज दिया। जिसके बाद गुस्साए लोगों ने धर्म परिवर्तन करने पहुंचे भारतीयों के मुंह पर कालिख पोत दिया।
वहीं धर्म परिवर्तन कराने वाले पादरी अमोस पास्टर की पिटाई कर दी। जिसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
इस मामले में महेशपुर थाना प्रभारी गंगा दत्त बाडू ने बताया कि धर्म परिवर्तन के मामले में कुछ भारतीयों को पकड़ा गया था। जिनका नाम पता पूछकर उन्हे वापस भारत भेज दिया गया है। उनके पास से बाइबिल और प्रार्थना का सामान बरामद हुआ है। सभी लोग नेपाल के सीमावर्ती गांव बोदना, बकुलडीहा, किशुनपुर, ठूठीबारी, गडौरा बाजार, शीतलापुर और साधो चक के रहने वाले हैं।