हमारी पार्टी को नजरअंदाज करने की प्रवृत्ति निंदनीय : पूर्व प्रधानमंत्री नेपाल

मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू /महराजगंज! सीपीएन (यूनिफाइड सोशलिस्ट) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल ने कहा है कि उनकी पार्टी को नजरंदाज करने की प्रवृत्ति निंदनीय है।
उन्होंने उक्त बाते शुक्रवार को काठमांडू में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने टिप्पणी की कि मनमाने ढंग से कार्य करना और सीपीएन (यूनिफाइड सोशलिस्ट पार्टी) की अनदेखी करना निंदनीय और आलोचनात्मक है।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी हर बात पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अगर कोई राष्ट्रीयता, लोकतंत्र और बदलाव के मामले में सहयोग करेगा तो वे हाथ मिलाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि संविधान में संशोधन किया जाना चाहिए, लेकिन आधी रात में किसी समझौते पर पहुंचना जरूरी नहीं है और केवल दो पक्षों के लिए ऐसा करना जरूरी नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि वे संशोधन के मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी संशोधन जो लोगों के संप्रभु अधिकारों को कमजोर करता हो और अच्छी चीजों को खत्म करता हो, स्वीकार्य नहीं होगा।
नेपाल के राष्ट्रपति ने कहा कि पार्टी उपाध्यक्ष मेतमानी चौधरी द्वारा यह मान्यता सामने रखने के बाद कि लिपुलेक, कालापानी, लिंपियाधुरा नेपाल के हैं, इसे गीत बनाने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने पार्टी नेताओं/कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे आगे से सोशल मीडिया पर पार्टी के खिलाफ अनाप-शनाप न लिखें।