बहराइच में दंगाइयों से निपटने के लिए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने संभाली कमान

बहराइच में जारी तनाव के बीच इंटरनेट सेवाएं अगले आदेश तक निलंबित
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
लखनऊ /बहराइच/ महराजगंज! उत्तर प्रदेश के बहराइच में जारी हिंसा और बवाल के बीच यूपी एसटीएफ चीफ और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश की बहादुरी का वीडियो सामने आया है। सोमवार को बहराइच पहुंचते ही खुली पिस्टल लेकर अमिताभ यश भीड़ को खदेड़ते हुए दिखाई दिए। इस दौरान उनके दूसरे हाथ में काला चश्मा और मोबाइल भी नजर आया।

बता दें कि देवी दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान हुई हिंसा में रविवार को एक युवक की मौत हो गई थी। इसके बाद इलाके में माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया। सोमवार की सुबह उपद्रवियों ने आगजनी और तोड़फोड़ की। इसके बाद लखनऊ से सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और एडीजी (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश घटनास्थल पर पहुंच गए। जब अमिताभ यश मौके पर पहुंचे तो भीड़ इकट्ठा हो रखी थी और उपद्रवी जमकर नारेबाजी कर रहे थे। इसे देखते हुए पिस्टल हाथ में लेकर भीड़ को खदेड़ा और उन्हें तितर-बितर कर दिया।
पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में 30 लोगों को हिरासत में लिया है। झड़प के बाद महराजगंज के कबाड़िया टोला में एक खास समुदाय के दस घरों में आग लगा दी गई। इलाके में स्थिति नाजुक बनी हुई है, भारी पुलिस बल की मौजूदगी में व्यवस्था बनाए रखी जा रही है। बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला ने कहा कि घटना के सिलसिले में सलमान नाम के शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बहराइच हिंसा को लेकर आला अधिकारियों के संग मीटिंग की थी। इसमें उन्होंने उपद्रवियों से कड़ाई से निपटने के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि हिंसा को लेकर जो अफवाहें फैलाएं उनसे भी सख्ती से निपटा जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आरोपियों को जल्द से जल्द अरेस्ट किया जाए। इतना ही नहीं सीएम ने कहा कि अगर जरूरत पड़े तो लखनऊ से उच्च अधिकारी भी बहराइच पहुंचे।
क्या है पूरा मामला
अब पूरे मामले की बात की जाए तो 13 अक्टूबर की शाम को बहराइच के महसी तहसील के महराजगंज कस्बे में समुदाय विशेष के मोहल्ले से दुर्गा मूर्ति विसर्जन की यात्रा निकल रही थी। ऐसा आरोप है कि इसी दौरान डीजे बजाने को लेकर दो समुदायों के बीच में हिंसक झड़प हो गई। इसमें राम गोपाल मिश्रा नाम के शख्स को गोली लग गई। इस हिंसा में करीब 15 लोग घायल भी हो गए। शुरुआत में मिश्रा के परिवार ने न्याय और मुख्यमंत्री से मिलने की मांग करते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद परिवार ने अंतिम संस्कार करने पर सहमति जताई है। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया है।