सिपाही मामले में प्रदर्शन के क्रम में आज गोरखपुर प्रशासन ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को नजरबंदी के बाद लखनऊ किया रवाना

मेरे खिलाफ हुई विधि-विरुद्ध कार्रवाई, लखनऊ पहुंच कर बनाएंगे अगली रणनीति
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
गोरखपुर/ महराजगंज ! डॉक्टर-सिपाही विवाद में पीड़ित सिपाही की ओर से एफआईआर दर्ज कराने के लिए थाना कैंट के सामने अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन हेतु आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व आइपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर आज सुबह गोरखपुर पहुंचे ।
उन्हें पहले सिंचाई डाक बंगले में आवंटित कक्ष में प्रवेश करने दिया गया और कुछ देर बाद उन्हें कक्ष आवंटित नहीं होने का बहाना बताते हुए जबरदस्ती निकाले जाने का प्रयास किया गया।
लगभग इसी समय एसीएम तृतीय, सीओ कैंट तथा इंस्पेक्टर कैंट सहित भारी पुलिस बल ने आकर अमिताभ ठाकुर को अपनी अवैध नजरबंदी में ले लिया। पुलिस ने सिंचाई डाक बंगले के अंदर से आजाद अधिकार सेना के सभी लोगों को बाहर निकाल दिया और बाहर से सिंचाई डाक बंगले के गेट को बंद कर दिया है।
पुलिस ने उन्हें लगभग 4:30 घंटे तक अवैध नजरबंदी की स्थिति में रखा
इसके बाद लगभग 2:30 बजे पुलिस उन्हें अपने साथ अपनी अभिरक्षा में गोरखपुर रेलवे स्टेशन ले आई और लखनऊ जाने वाली ट्रेन में बैठा कर लखनऊ रवाना कर दिया।
अमिताभ ठाकुर ने इस पूरे प्रकरण को उच्चस्तरीय राजनीतिक दबाव में किया गया अत्यंत निंदनीय कार्य बताया।
उन्होंने कहा कि वे अपनी रणनीति लखनऊ जाकर तय करेंगे। उनकी पार्टी सिपाही का एफआईआर दर्ज होने तक इस मामले में लगी रहेगी और आज उनके साथ हुए विधि-विरुद्ध कार्यों के संबंध में भी विधिक कार्रवाई करेंगे।