पुलिस ने व्हाट्सएप को पत्र भेजकर मांगा आईपी एड्रेस
–कैंट थाने में छात्रा ने दर्ज कराया है केस, एसपी ने कहा, जल्द होगा पर्दाफाश
गोरखपुर। झूठे केस का धौंस देकर डिजिटल अरेस्ट कर वसूली और फिर टैटू के नाम पर कपड़े उतवाने के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। गोरखपुर पुलिस की ओर से व्हाट्सएप को पत्र भेजकर आईपी एड्रेस मांगा है। इसके बाद ही पुलिस यह तय कर पाएगी कि कहां से कॉल कर घटना को अंजाम दिया गया। इसके साथ ही छात्रा से जिस बैंक खाते में पैसे मंगावे गए थे उसकी भी जानकारी जुटा रही है। एसपी सिटी का कहना है कि जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, छात्रा ने शनिवार को कैंट थाने में केस दर्ज कराया है। नागालैंड के दीमापुर जिले की रहने वाली छात्रा ने पुलिस को बताया था कि दस अक्टूबर को 11.30 बजे उसके मोबाइल पर एक कॉल आया और बोला कि वह एसबीआई से बोल रहा है, आपने एक लाख रुपये का लोन लिया है, जिसे जमा नहीं किया है। इस वजह से आप पर एफआईआर दर्ज कराया गया है। उसे बताया गया कि लोन नहीं ली हो, लेकिन थोड़ी ही देर बाद फिर एक फोन आया। इस बार फोन करने वाले डिजिटल कॉल कर खुद को हैदराबाद पुलिस बताया। वर्दी में दिख रहे शख्स ने बताया कि आप के खिलाफ हैदराबाद के थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। फिर जमानत के नाम पर रुपये वसूल लिए। इसके बाद वीडियो कॉल पर कहा गया कि तुम्हारे चेस्ट और आई पर टैटू है, दिखाओ और धमका कर कपड़े उतवा दिए। इसके बाद परेशान छात्रा ने केस दर्ज कराया है।
छात्रा का वीडियो बनाना गंभीर प्रकरण है। पुलिस ने व्हाट्सएप से पत्राचार किया है। पूरे प्रकरण की जांच साइबर एक्सपर्ट कर रहे हैं। जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।
अभिनव त्यागी, एसपी सिटी