भ्रष्टाचारियों के हाथ में है नेपाल,जो दुनिया में कभी नहीं हुआ वह नेपाल में हो रहा है – हरिचरन शाह पूर्व सांसद नेपाली जनता दल

मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू/ नेपाल! नेपाली जनता दल के पूर्व सांसद हरि चरन शाह ने कहा है कि नेपाल पूरी तरह से भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबा हुआ है। उन्होंने कहा कि जो दुनिया में नहीं हुआ वह अब नेपाल में हो रहा है। श्री शाह ने काठमांडू के एक होटल में हर्षोदय टाइम्स संवाददाता मनोज कुमार त्रिपाठी द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए यहां की हर बड़ी पार्टियां समय- समय पर भ्रष्ट तरीका अपनाकर सरकार चलाती रही हैं।
उन्होंने कहा कि इन पार्टियों का जनता से कोई लेना देना नहीं है। चुनाव के दिनों में ये पार्टियां वोटरों को पैसे से खरीद कर चुनाव में जीतने का कार्य करती हैं और अपनी कमी को छिपाने के लिए ऐन केन प्रकारेण सरकार बना लेती हैं और फिर जनता को लूटने का काम करती हैं। यही कारण है कि इनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के कारण देश की जनता उबर नहीं पा रही है।
राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के अध्यक्ष और नेपाल के पूर्व गृहमंत्री रवि लामिछाने व दुर्गा प्रसाई की गिरफ्तारी के सवाल पर पूर्व सांसद चरन शाह ने कहा कि रवि लामिछाने के ऊपर बड़ा ही गंभीर आरोप है। आम जनता द्वारा सहकारिता में जमा किए गए अरबों रुपए धोखाधड़ी कर उन्होंने अपने समाचार चैनल में लगाया और उसी चैनल के माध्यम से जनता का विश्वास हासिल कर देश में राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी नामक एक राजनीतिक दल बना कर चुनाव में आए और 21 सीट जीत कर सरकार में गृह मंत्री बन गए। इनके उपर तमाम गंभीर आरोप लगाया गया है। मेरा मानना है कि रवि लामिछाने जी अगर निर्दोष है तो उनके खिलाफ कोई उत्पीड़नात्मक कार्रवाई नहीं होनी चाहिए हां यदि उनके खिलाफ आरोप सिद्ध होते हैं तो उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि जहां तक दुर्गा प्रसाई की गिरफ्तारी की बात है तो उन्होंने प्रधानमंत्री ओली के ऊपर कथित रूप से आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री ओली भ्रष्टाचार कर देश के आम नागरिकों का पैसा विदेशों में जमा किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि दुर्गा प्रसाई पहले माओवादियों के साथ थे और प्रचंड के काफी करीबी लोगों में से एक थे। वर्तमान में वह ओली की ही पार्टी के सदस्य हैं। उनके ऊपर भी अन्य कई गंभीर आरोप पहले भी लग चुके हैं। सरकार ने दुर्गा प्रसाई के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि कौन सही है।