राष्ट्र, राष्ट्रीयता, धर्म, संस्कृति और नागरिक बचाव महाअभियान के अध्यक्ष माधव कल्पित रिहा

मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू नेपाल! राष्ट्र राष्ट्रीयता धर्म और संस्कृति बचाव महाअभियान के अध्यक्ष आमरण अनशन के आठवें दिन आज कैद से मुक्त हो गए हैं।
शुरुआत में उन्हें सीआईबी ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। बाद में साइबर अपराध की जांच के नाम पर गिरफ्तार करने का वारंट दिया गया। 24 घंटे की जांच के बाद भी सीआईबी को कुछ नहीं मिला, तो उन्हें दुर्व्यवहार के आरोप में हिरासत में रखा गया।
यह सब केपी सरकार के इशारे पर हुआ, ताकि बिना किसी कारण आंदोलनकारियों को डराया-धमकाया जा सके और उन्हें दबाने की कोशिश की जा सके। लेकिन देश और जनता के लिए अपनी जान तक कुर्बान करने वाले ये आंदोलनकारी एक के बाद एक दुर्गा प्रसाई के रूप में उभरते जा रहे हैं। माधव कल्पित ने भी 8 दिनों तक बिना अन्न-पानी के आमरण अनशन किया।
उन्होंने केपी शर्मा ओली सरकार के शोषण को मुस्कुराते हुए स्वीकार किया, क्योंकि न्याय को मुस्कुराते हुए स्वीकार किया जाता है और रोकर विज्ञान को कमजोर नहीं किया जा सकता। आज 8 दिन बाद जब उनसे कुछ भी हासिल नहीं हुआ, तो उन्हें सीआईबी की हिरासत से रिहा कर दिया गया।