दुर्गा प्रसाई को विना शर्त रिहा करे ओली सरकार -प्रेम थापा मगर लुंबिनी आंचलिक प्रमुख रूपंदेही नेपाल

उमेश चन्द्र त्रिपाठी
भैरहवा /नेपाल! राष्ट्र, राष्ट्रीयता, धर्म, संस्कृति एवं नागरिक बचाओ महाअभियान नेपाल क्षेत्रीय कार्यसमिति लुंबिनी नेपाल रूपंदेही के आंचलिक प्रमुख प्रेम थापा मगर ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि ओली सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है।
उन्होंने विज्ञप्ति में लिखा है कि राष्ट्र, राष्ट्रीयता, धर्म, संस्कृति एवं नागरिक बचाओ महाअभियान नेपाल के केन्द्रीय समन्वयक श्री दुर्गा प्रसाई को काठमांडू की माननीय जिला न्यायालय द्वारा 27/08/2081को 40 हजार रूपए की जमानत पर रिहा कर दिया गया।
माननीय न्यायालय के आदेश के बाद ओली सरकार के पुलिस प्रशासन ने नाटकीय ढंग से अदालत परिसर के अंदर और बाहर सशस्त्र पुलिस बल को तैनात किया और पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी और बदला लेने के लिए एक झूठा मामला तैयार किया। लोकतांत्रिक गणतंत्र का मजाक बनाकर केपी ओली सरकार मानवीय मूल्यों को भूल गई और नागरिक नेताओं को विभिन्न काल्पनिक मामलों फंसाया। इससे राज्य का पाखंड स्पष्ट है। ऐसी स्थिति में इस महान अभियान के प्रचारकों और शुभचिंतकों को माननीय न्यायालय के आदेश का सम्मान न करते हुए शांति के लिए देखने और बोलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और नेपाल के संविधान 2074 के नागरिकों के मौलिक अधिकारों और मानवाधिकारों का उलंघन किया गया है।
हम भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले इस महाअभियान के संयोजक दुर्गा प्रसाई की विना शर्त रिहाई की पुरजोर मांग करते हैं। अन्यथा हम चेतावनी देते हैं कि लुंबिनी क्षेत्र की सभी समितियों और विभाग, जहां निर्दोष लोगों पर दमन और अत्याचार दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं संघर्ष में शामिल होंगे और अशांति की उक्त स्थिति के लिए राज्य जिम्मेदार होगा।