महराजगंज

भारतीय सीमा से सटे नेपाल के रूपंदेही जिले का भैरहवा, लुंबिनी और बेलहिया बनने जा रहा है पर्यटन हब

डांडा रीवर कोरीडोर योजना पर आएगा 10 अरब रुपए का खर्च

भारतीय पर्यटकों के बिना लुंबिनी सर्किट का होटल व्यवसाय पूरी तरह धाराशाई- सीपी श्रेष्ठ अध्यक्ष सिद्धार्थ संघ रूपंदेही नेपाल

होटल व्यवसाय पर एअरपोर्ट सहित 80 अरब रुपए की हुई है लगानी

डंडा रीवर कोरीडोर के निर्माण से जहां एक तरफ होगा पर्यटन व्यवसाय का विकास वहीं दूसरी तरफ रोजगार की अपार संभावनाएं- इश्तियाक अहमद खान मेयर नगर पालिका परिषद भैरहवा नेपाल

मनोज कुमार त्रिपाठी

भैरहवा नेपाल! भारतीय सीमा से सटे नेपाल के रूपंदेही जिले के भैरहवा नगर पालिका क्षेत्र में पर्यटन विकास के लिए विश्व स्तरीय कांस्टेक्शन कंपनी एडीबी द्वारा प्रथम चरण में 75 करोड़ रुपए की लागत से डांडा रीवर कोरीडोर का निर्माण किया जा रहा है। इस योजना पर कुल 10 अरब रुपए खर्च होंगे ।

इस संबंध में भैरहवा नगर पालिका परिषद के मेरे इश्तियाक अहमद खान ने बताया कि इस योजना के तहत 40 किमी के एरिया में डांडा रीवर कोरीडोर और डांडा घाघरा रीवर कोरीडोर का निर्माण होना है। इस योजना में सिद्धार्थ नगर पालिका भैरहवा, रोहिणी गांव पालिका,माया देवी गांव पालिका और ओमसतिया गांव पालिका के कुछ हिस्सों को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत डांडा रीवर कोरीडोर 20 किमी और डांडा घाघरा रीवर कोरीडोर 20 किमी पर काम होगा। इस 40 किमी में दोनों तरफ रिंगरोड बनाया जाना है। भैरहवा से बुटवल और गोतम बुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट से लुंबिनी के बीच दो फ्लाइओवर का भी निर्माण होना है। उन्होंने बताया कि 75 करोड़ की लागत से पहले फेज का काम शांति नगर, बेलहिया और भैरहवा के बीच डांडा पुल से एडीबी कंपनी ने शुरू कर दिया है। यह प्रोजेक्ट कई फेज में बनकर तैयार होगा।

उन्होंने बताया कि इसके प्रोजेक्ट को पूरा होने में जरूर समय लगेगा पर जिस दिन यह प्रोजेक्ट तैयार हो होगा पर्यटकों के लिए एक बहुत बड़ा और बहुत सुंदर आकर्षक का केंद्र होगा। उन्होंने आगे बताया कि इस प्रोजेक्ट के बनने के बाद जहां एक तरफ यहां का पर्यटन व्यवसाय बढ़ेगा वहीं दूसरी तरफ होटल,रेस्टोरेंट और तमाम व्यवसाय भी बड़े पैमाने पर चलेगा और अधिक से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। यहां पर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि इस प्रोजेक्ट के संचालक के बाद कम से कम 50 भारतीय तथा विदेशी पर्यटक रात्रि विश्राम कर एंजॉय कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि यह कोरीडोर 24 सो घटे खुला रहेगा।

इस संबंध में सिद्धार्थ संघ रूपंदेही के अध्यक्ष सीपी श्रेष्ठ ने कहा कि लिए सरकार को एअर और सड़क की कनेक्टिविटी को और सुदृढ़ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट का उद्घाटन हुए दो साल बीत गया फिर भी अल-जजीरा को छोड़ कोई भी फ्लाइट आज तक इस एअरपोर्ट पर नहीं उतरा। केवल एक या दो बार अल-जजीरा का यात्री वीमान यहां उतरा था बाद में वह भी बंद हो गया। उन्होंने बताया कि भारतीय सीमा से सटे नेपाल के बेलहिया से भैरहवा तक की सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। बुटवल से नारायण घाट की सड़क भी पूरी तरह खराब है इस देखते हुए भारतीय पर्रयक नेपाल आने से कतरा रहे हैं। सरकार को इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने बताया की लुंबिनी, भैरहवा, बेलहिया और बुटवल में होटल व्यवसायियों करीब 80 अरब रुपए का निवेश किया गया है पर पर्यटक न आने से पूरा का पूरा होटल व्यवसाय धाराशाई हो गया है। कर्ज के जाल में फंसकर होटल व्यवसायी मारे-मारे फिर रहे हैं।

वहीं डांडा रीवर कोरीडोर से वाटर पार्क के व्यवस्थापक अभिषेक शर्मा ने बताया कि मेरे वाटर पार्क के बगल में ही डांडा रीवर कोरीडोर का निर्माण एडीबी कंपनी द्वारा किया जा रहा है। इस कोरीडोर के बन जाने से निश्चित तौर पर पर्यटकों के लिए एक बहुत बड़ा आकर्षण का केंद्र होगा और विशेषकर भारतीय पर्यटकों की आवा-जाही बढ़ेगी और यहां का व्यवसाय दौड़ने लगेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
.site-below-footer-wrap[data-section="section-below-footer-builder"] { margin-bottom: 40px;}