उमेश चन्द्र त्रिपाठी
लखनऊ /महराजगंज! उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ सख्ती से एक्शन ले रही है। प्रदेश में मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए सरकार ने नारकोटिक्स टास्क फोर्स गठन किया था। जो मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों पर शिकंजा कसने का काम कर रही है। मादक पदार्थों की अवैध बिक्री रोकने के लिए गठित एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने पिछले 3 सालों में अब तक 175 करोड़ रुपये से अधिक का अवैध मादक पदार्थ जब्त किया है। इसके साथ ही प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ हुए पिछले चार सालों के एक्शन की बात करें तो 4 वर्षों में अब तक 45 हजार किलो से अधिक की अवैध मादक पदार्थ जब्त किया गया है।
एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) द्वारा पिछले 3 सालों में की गई कार्रवाई की बात करें तो कुल 187 मुकमदे दर्ज हुए हैं, जिसमें 469 की गिरफ्तारी हुई है। वहीं, 20,384.91 किलो अवैध मादक पदार्थ बरामद किया गया। इसकी कुल कीमत 175 करोड़ 49 लाख 27 हजार 500 रुपये है। 2022 से लेकर 2024 में अब तक इन तीन वर्षों में एएनटीएफ ने 6.37 किलो मार्फिन, 33.44 किलो हेरोइन (स्मैक), 129.63 किलो चरस, 106.62 किलो अफीम, 9,380.14 किलो डोडा (पोस्ता तृण), 10,725.26 किलो गांजा और 3.44 किलो मेफेड्रान जब्त किया है।
साल 2024 में अब तक लिखे गए 91 मुकदमे
वहीं अगर इस साल यानी 2024 में अब तक की गई कार्रवाई की बात करें तो कुल 91 मुकदमे लिखे किए गए, जबकि 190 गिरफ्तारियां हुईं। वहीं 1.78 किलो मार्फिन, 13.93 किलो हेरोइन (स्मैक), 23.85 किलो चरस, 61.88 किलो अफीम, 3414.98 किलो डोडा (पोस्ता तृण), 6467.01 किलो गांजा और 3.44 किलो मेफेड्रान जब्त किया गया है। कुल मिलाकर एएनटीएफ ने 9988.86 किलो मादक पदार्थ जब्त किया, जिसकी कुल कीमत 98 करोड़, 49 लाख और 52 हजार रही। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की कार्रवाई ने प्रदेश में ड्रग स्मगलरों की कमर तोड़ दी है। प्रदेश मे मादक पदार्थों की तस्करी के कारोबार पर काफी हद तक अंकुश लगा है।