दशहरा पर्व पर छपिया रिजार्ट बना देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र

मनोज कुमार त्रिपाठी
लुंबिनी /छपिया /नेपाल : नेपाल में दशहरा पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसे में भारतीय सीमा से सटे रूपंदेही जिले के छपिया रिजार्ट देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
छपिया रिजार्ट के जीएम सुमन मराठा जी का कहना है कि दशहरा पर्व हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है जिसे बड़े ही धूमधाम और उत्साह पूर्वक लोग मनाते हैं। नेपाल का भारत से रोटी-बेटी का संबंध है। जिसे आज दोनों देशों के लोग मधुर संबंध बनाए हुए हैं। हमारा और भारत के लोगों का खान-पान, रहन-सहन और कल्चर एक जैसा है। उन्होंने कहा कि दशहरा पर्व के अवसर गोरखपुर, लखनऊ,आगरा, दिल्ली, मुंबई और भारत के कई शहरों से यहां बड़े पैमाने पर पर्यटक आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज से लेकर पूर्णिमा तक होटल देशी-विदेशी पर्यटकों से भरा रहता है। सितंबर से मार्च तक होटल का पीक सीजन रहता है। यहां पर वर्तमान समय में भारी वर्षा और सड़कों के खराब होने के बावजूद भी 40 से 50 प्रतिशत भारतीय पर्यटक व बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आ रहे हैं। यह रिजार्ट मालदीव की तरह है जिसकी सुंदरता और छटा देखते ही बनता है। यहां शादी के कई डेटें बुक हो चुकी हैं। रिजार्ट परिसर में हेलीकॉप्टर उतारने के लिए भी सरकार से अनुमति की बात चल रही है।
वहीं छपिया वार्ड नंबर 5 के अध्यक्ष धनपति खरेल ने दशहरा पर्व फीता काटा और झूला झूल कर सबका मन मुग्ध कर दिया और सभी दशहरा पर्व की शुभकामना प्रेषित किया। वहीं विकास कार्यों को लेकर वे काफी दुखी थे। उन्होंने कहा कि सरकार के निरंतर बार-बार बदलाव से विकास में बाधा आ रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि यहां आर्गेनिक चीजें पाई जाती है। जो औषधि के रूप में काम करती है। यहां के किसान अपने खेतों में आर्गेनिक खाद का ही प्रयोग करते हैं। छपिया में जितने भी होटल व रेस्टोरेंट हैं उनमें स्थानीय थारू समुदाय के लोगों को रोजगार दिया गया है।