उत्तर प्रदेशगोरखपुर

कर्नल राजेश राघव के कार्यकाल में हुई शिक्षक नियुक्ति और विद्यालय निर्माण में बड़े घोटाले का अंदेशा, जांच की मांग

  • सैनिक स्कूल गोरखपुर में शिक्षक नियुक्ति में बड़े पैमाने पर हुई फर्जीवाड़े की शिकायत
  • सैनिक स्कूल गोरखपुर में बिना बीएड और सीटेट डिग्री के नियुक्त हुआ शिक्षक
  • अखिल भारतीय भ्रष्टाचार निरोधक समिति ने लिखा मुख्यमंत्री, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा और मिनिस्ट्री आप डिफेन्स सैनिक स्कूल सोसायटी को पत्र, कार्यवाही की मांग

हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो गोरखपुर

गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट और गोरखपुर की शान सैनिक स्कूल के माथे पर कलंक गाथा की लिस्ट लंबी करते हुए इस बार फर्जी शिक्षक नियुक्ति का मामला गर्मा गया है।

इस संदर्भ में विद्यालय में आऊटसोर्सिंग पर तैनात कर्मचारियों को तुगलकी फरमान जारी करते हुए एक घंटे के अंदर विद्यालय खाली करने का फरमान देने वाले विद्यालय के कार्यकारी प्रधानाचार्य कर्नल राजेश राघव ने अपने चहेतों को बिना आवश्यक शैक्षिक योग्यता पूरी किये ही भ्रष्टाचार कर नियुक्ति  की गई है। ताजा मामला सैनिक स्कूल गोरखपुर में तैनात कंप्यूटर साइंस के शिक्षक कमल पाटनी का है। जिनके नियुक्ति में हुए गंभीर अनियमितता उजागर हुई है।

आरोपी प्रधानाचार्य कर्नल राजेश राघव, सैनिक स्कूल, गोरखपुर

सूत्रों के अनुसार गोरखपुर के सैनिक स्कूल में तैनात टीजीटी शिक्षक कमल पाटनी की नियुक्ति बिना बीएड और सीटेट की डिग्री के ही सैनिक स्कूल चिनचिप, सिक्किम में किया गया और फिर वहां मामला पकड़ा न जाये इसलिए आनन फानन संदिग्ध परिस्थितियों में उनका स्थानांतरण गोरखपुर के सैनिक स्कूल में करके अबैध नियुक्ति रो बनाने के लिए लीपापोती किया गया।

सूत्रों के मुताबिक इस मामले में बड़े पैमाने पर धन उगाही किया गया है। सूत्र तो यहां तक कहते हैं कि इस मामले में कथित तौर पर अवैध धन का भुगतान करके सैनिक स्कूल गोरखपुर में उनकी नियुक्ति संदिग्ध परिस्थितियों और नियुक्ति नियमों का घोर उल्लंघन करके किया गया है।

सैनिक स्कूल नियुक्ति के लिए आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, उक्त पद के लिए बैचलर ऑफ एजुकेशन (बी.एड.) की डिग्री अनिवार्य योग्यता थी। हालांकि, यह आरोप लगाया गया है कि आवश्यक योग्यताएं पूरी नहीं की गईं और इस अयोग्यता के बावजूद उन्हें आनन फानन में बिना अनिवार्य योग्यता पूरी किये सैनिक स्कूल में शामिल होने की अनुमति दी गई। यह न केवल भर्ती प्रक्रिया में गंभीर चूक को दर्शाता है बल्कि भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग की आशंका भी पैदा करता है।

अखिल भारतीय भ्रष्टाचार निरोधक समिति ने इस मामले में नियमों को दरकिनार करने और भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए सैनिक स्कूल गोरखपुर की विश्वसनीयता और अनुशासन को बनाए रखन के लिए मुख्यमंत्री, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा और मिनिस्ट्री आप डिफेन्स सैनिक स्कूल सोसायटी को पत्र लिखकर शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग किया गया है।

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