फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे शिक्षकों का गढ़ बना महराजगंज
जिले में फर्जी दिव्यांग और मृतक आश्रित प्रमाण पत्रों पर अभी भी सैकड़ों की संख्या में तैनात हैं फर्जी शिक्षक
विभागीय अधिकारियों और बाबूओं की कृपा से दशकों से मलाई कीट रहें फर्जी गुरु जी
फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे शिक्षक को बीएसए ने किया बर्खास्त
आरोपित शिक्षक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के लिए परतावल के खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश
महराजगंज ( हर्षोदय टाइम्स) : फर्जी शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) प्रमाण पत्र के आधार पर शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे शिक्षक को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष कुमार सिंह ने बर्खास्त कर दिया है। विदित हो कि परतावल ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बैजौली में तैनात रहे शिक्षक दिनेश चंद्र के विरुद्ध बीएसए ने परतावल के खंड शिक्षा अधिकारी राजकिशोर सिंह को मुकदमा भी दर्ज कराने का निर्देश दिया है।
महराजगंज के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष कुमार सिंह ने बताया कि संत कबीरनगर के एक शिकायतकर्ता ने आइजीआरएस पोर्टल पर परतावल क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय व बैजौली के सहायक अध्यापक दिनेश चंद्र की नियुक्ति में फर्जीवाड़ा की शिकायत की थी। इस मामले की बीओ परतावल से जांच कराई गई। बीईओ ने 18 जून 2022 को शिक्षक को आरोप पत्र देकर जवाब मांगा, लेकिन शिक्षक ने कोई दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया।
बीईओ ने जांच के बाद पांच जुलाई को रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट के मुताबिक शिक्षक ने नियुक्ति के समय टीईटी का जो प्रमाण पत्र लगाया था, उसमें नाम दिनेश, पिता का नाम गंगा व श्रेणी सामान्य दर्शाया गया था। प्रमाण पत्र की जांच में उस रोल नंबर पर नाम दिनेश कुमार, पिता का नाम गंगा प्रसाद, श्रेणी अनुसूचित जाति मिला। सरकारी सेवक नियमावली के तहत आरोपित शिक्षक को बचाव के लिए अवसर भी दिया गया। विज्ञप्ति भी प्रकाशित कराई गई, लेकिन शिक्षक ने बीएसए कार्यालय में अपना कोई बयान दर्ज नहीं कराया। जांच के लिए निर्धारित तिथि पर उपस्थित भी नहीं हुआ। इस पर आरोपित शिक्षक दिनेश चंद्र को नियुक्ति में फर्जीवाड़ा के आरोप में बीएसए आशीष सिंह के द्वारा बर्खास्त कर दिया गया है। शिक्षक से वेतन मद में किए गए भुगतान की वसूली के लिए वित्त एवं लेखाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि आरोपित शिक्षक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के लिए परतावल के खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है।