उमेश चन्द्र त्रिपाठी
काठमांडू/महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स): इजरायल और हमास के बीच विनाशकारी युद्ध लगातार जारी है। सभी देश अपने नागरिकों को युद्ध के मैदान से बाहर निकाल रहे हैं। भारत के भी हजारों नागरिक इजरायल में रहते हैं। उन सभी नागरिकों के स्वदेश वापसी के लिए भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन अजेय’ चलाया हुआ है। विदेश मंत्रालय की देखरेख में चल रहे इस ऑपरेशन के तहत भारतीयों को एयरलिफ्ट कर देश लाया जा रहा है। इस कड़ी में ‘ऑपरेशन अजेय’ का एक विमान जो मंगलवार को इजरायल से 286 भारतीयों को लेकर आ रहा था उसमें उन्होंने 18 नेपाली नागरिकों को भी जगह दी जिसे लेकर विमान भारत के लिए रवाना हुआ था।
नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद ने इजरायल से नेपाली नागरिकों को निकालने के लिए भारत सरकार और अपने भारतीय समकक्ष, विदेश मंत्री एस जयशंकर के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने इस मदद की सराहना की है।
विदेश मंत्री सऊद ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट किया, “महामहिम डॉ.एस.जयशंकर, हम कठिन समय में इस मदद की सराहना करते हैं। नेपाल और नेपाली जनता आप का आभारी हैं।
बता दें कि नेपाल के 18 नागरिकों सहित 286 भारतीय नागरिकों को लेकर पांचवीं उड़ान मंगलवार देर रात नई दिल्ली पहुंची। आगमन पर, केंद्रीय सूचना और प्रसारण और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री एल मुरुगन ने उनका स्वागत किया।
निकासी के बाद, भारत में नेपाल के राजदूत ने कहा, “हम नेपाली नागरिकों को तेल अवीव से दिल्ली वापस लाने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देना चाहते हैं। नेपाली नागरिक यहां सुरक्षित पहुंच गये हैं। नेपाली नागरिकों को निकालने के लिए नेपाल से भी उड़ानें भेजी जा रही हैं। इजरायल में लगभग 4,500 नेपाली हैं, जिनमें से 400 को निकाला जा चुका है। नेपाल सरकार उन्हें वापस लाने के लिए काम कर रही है।
ऑपरेशन अजेय 2023 के इजरायल-हमास युद्ध के दौरान इजरायल से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा चलाया जाने वाला एक चालू ऑपरेशन है।