प्राथमिक विद्यालय सुसवलिया के सरकारी जमीन पर दबंगों की गिद्ध नजर,गुहार के बाद हुई पैमाइश के बावजूद नहीं बना बाउण्ड्रीवाल
- मुख्यमंत्री से लोगों ने कहा, “शिकायत करें तो भी नहीं होती कोई कार्यवाही, जिम्मेदार अधिकारी नहीं देते ध्यान”
हर्षोदय टाइम्स: अजय पाठक (कुशीनगर)
कुशीनगर जनपद के पडरौना कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा सुसवलिया के प्राथमिक विद्यालय सुसवलिया की जमीन पर गांव के ही दबंग द्वारा कब्जा की हुई जमीन की पैमाईश होने के बावजूद बाउन्ड्रीवाल नहीं बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं बाउन्ड्रीवाल निर्माण की मांग करने पर ग्रामीणों को धमकाया भी जा रहा है। इसके अलावा विद्यालय के फील्ड में लगे इंडिया मार्का हैण्डपम्प पर भी उक्त दबंग ने कब्जा कर रखा है। जिससे बच्चों को पानी पीने के लिए मजबूर होकर अन्यत्र जाना पड़ रहा है। नेशनल हाईवे किनारे स्थित विद्यालय की बाउण्ड्रीवाल न होने की वजह से बच्चों के एक्सीडेंट होने की खतरा बना हुआ है।
ग्राम सभा सुसवलिया के सुग्गन प्रसाद, कमलेश पाठक, राम आशीष, बदरी शर्मा, चमन प्रसाद, सच्चिदानंद, राजेश यादव, छांगुर, रामदीन प्रजापति, रामाज्ञा, विश्वनाथ चौधरी, एस के सहाय आदि ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कुशीनगर को प्रार्थना पत्र देकर विद्यालय के जमीन की पैमाईश होकर चिन्हांकन करने के बावजूद बाउण्ड्रीवाल का निर्माण कराने तथा सरकारी भूमि को दबंग भूमाफिया के कब्जे में लेने के लिए षड्यंत्र करने से बचाने के लिए गुहार लगाई है।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कुशीनगर को दिए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि विद्यालय की करोड़ों की जमीन पर गांव के ही एक दबंग भूमाफिया की गिद्ध नजर गड़ी हुई है। उक्त भूमाफिया काफी रसूख वाला है। जिसके प्रभाव के चलते कोई भी अधिकारी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हो रहा है।उक्त भूमाफिया अधिकारियों को अपने झांसे में लेकर आए दिन गांव में उत्पात मचवाकर लोगों को लड़ाने – धमकाने तथा मारपीट करवाकर लोगों की जमीन पर कब्जा करने की नियति से षडयंत्र करता रहता है।
मुख्यमंत्री के यहां जनता दरबार की सामूहिक जनसुनवाई में भी बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी समस्याओं के संबंध में आवेदन दिए। वहीं ग्राम सुसवलिया के ग्रामीणों ने भी जनसुनवाई में आवेदन देते हुए कहा कि गांव में स्थित स्कूल के आसपास की जमीन पर गांव के दबंग भूमाफिया ने अवैध रूप से कब्जा करने की नियति से स्कूल की बाउन्ड्रीवाल बनने में अड़चन पैदा कर रहें है। इतना ही नहीं बच्चों को स्कूल जाने वाले रास्ते को भी अपने कब्जे में ले लिया है। इसकी वजह से उन्हें प्रतिदिन परेशानियों का सामना करके स्कूल जाना पड़ता हैं। स्कूल के खेल परिसर और पानी पीने के लिए लगा हुआ सरकारी हैण्डपम्प को भी इन दबंग लोगों ने अपने कब्जे में ले लिया है। कई बार ग्रामीण और शिक्षकगण भी दबंग लोगों से स्कूल परिसर छोडऩे एवं बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी बाउन्ड्रीवाल बनने में अड़चन पैदा न करने के लिए बोल चुके हैं पर इनके द्वारा कोई ध्यान नहीं देकर उलटे धमकाया जा रहा है।
छात्र – छत्राओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है
प्राथमिक विद्यालय सुसवलिया में पढ़ने वाले बच्चों ने बताया कि स्कूल पहुंचने में हम लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। आने जाने वाला रास्ता भी दबंगों के द्वारा रोकने का षड्यंत्र किया जा रहा है । शासन स्तर पर स्कूल के लिए जो जमीन आवंटित की गई है उसका उपयोग स्कूल के हित में नहीं हो पा रहा है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए खेलने के लिए बनाए गए मैदान को भी दबंग भूमाफिया द्वारा अपने कब्जे में लेने का कुचक्र रचकर बाउन्ड्रीवाल नहीं बनने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। ग्रामीणों ने पूरे मामले की जांच करा कर तत्काल दबंग लोगों पर कार्रवाई करते हुए स्कूल की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाकर इन दबंग लोगों पर कार्रवाई की जाए और स्कूल की बाउंड्रीवाल बनवाई जाए। जिससे उक्त भूमाफिया द्वारा सरकारी स्कूल की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा ना कर सके। मुख्यमंत्री के जनता दरवार और सामूहिक जनसुनवाई में ग्रामीण उक्त स्थान पर हुए अतिक्रमण की पैमाईश का वीडियो बनाकर भी लाए थे और उनके द्वारा बताया गया किस तरीके से दबंग लोगों ने अपनी शातिर कुचक्र बनाकर स्कूल को अपने कब्जे में करने का षड्यंत्र कर रहें है। आने जाने वाला रास्ता भी सकरा कर दिया है।
शिकायत करें तो भी नहीं होती कोई कार्यवाही, जिम्मेदारों को देना चाहिए ध्यान
ग्राम सभा सुसवलिया से आए ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय की जमीन और ग्राम सभा की तमाम अन्य जमीनों पर कब्ज़ा करने वाले उक्त भूमाफिया के आतंक से वहां के ग्रामीण तथा शिक्षकगण डर के कारण शिकायत नहीं करते है। अगर शिकायत करें तो भी कोई कार्रवाही नहीं होती है। इस कारण ही दबंगों के हौसले बुलंद है। कुछ समय पहले महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद द्वारा उक्त विद्यालय की भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत की जानकारी भी ली गई थी लेकिन आज तक विद्यालय की जमीन का पैमाईश होने के बावजूद अतिक्रमण रोकने के लिए बाउन्ड्रीवाल का निर्माण नहीं कराया जा सका है। लोगों ने कहा कि शासन प्रशासन के अधिकारी ऊंची रसूख वाले दबंग भूमाफिया के आगे नतमस्तक हो जा रहें हैं।