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अयोध्या : आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन नेपाल के करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए रहेगा बेहद खास : गृहमंत्री लुंबिनी प्रदेश नेपाल

बुद्ध जन्मस्थली लुंबिनी में पर्यटकों की भरमार, मंदिर का दान पात्र बना ऐतिहासिक– माया देवी मंदिर प्रशासन

मनोज कुमार त्रिपाठी

लुंबिनी नेपाल /महराजगंज ( हर्षोदय टाइम्स) : भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेपाल लुंबिनी मंदिर दौरे के बाद वहां भारतीय एवं विदेशी पर्यटकों की संख्या में ऐतिहासिक इजाफा देखने को मिल रहा है, जिसके फलस्वरुप वहां के दान पात्रों में भारी देशी- विदेशी मुद्रा इकट्ठा होना शुरू हो गया है। जिसके बाद लुंबिनी मंदिर प्रशासन को मंदिर परिसर के आस पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने पड़ रहे है। पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने टिकट के साथ ही कड़ी जांच के बाद ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति दे रही है। मंदिर प्रशासन का कहना है भारतीय पीएम के आगमन के बाद से लुंबिनी में प्रतिदिन सैकड़ों पर्यटक दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। भारत के महानगर बेंगलुरु, कर्नाटक, दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, सहित भारत नेपाल सीमा से सटे जनपद महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, बनारस के स्कूली छात्र बड़ी संख्या में पर्यटन और दर्शन के उद्देश्य से लुंबिनी पहुंच रहे हैं। जिसके कारण मंदिर के दान पेटिका में भी अच्छी रकम आ रही है। मंदिर प्रशासन के लोगो का कहना है कि अब तक के इतिहास में इतना दान पहली बार मिला है। सबसे बड़ी बात यह है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यहां पूजा पाठ करने के बाद यह धनराशि एकत्र हुई है। यह भारतीय पर्यटकों की संख्या बढ़ने से ही सम्भव हुआ है।

रामायण सर्किट से नेपाल को टूरिज्म क्षेत्र में होगा इजाफा

नेपाल से प्रस्तावित रामायण सर्किट से टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा और नेपाल जाने वाले भारतीय टूरिस्टों की संख्या में इजाफा हो रहा है। प्रस्तावित रामायण सर्किट से नेपाल आने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में और वृद्धि होगी। बीते शुक्रवार को एक कार्यक्रम में लुंबिनी पहुंचे नेपाल स्थित भारतीय राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि भारत से आने वाले टूरिस्टों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। रामायण सर्किट नेपाल के पर्यटन को और ज्यादा बढ़ाएगा ।

रामायण सर्किट में भारत-नेपाल के दर्जनों तीर्थस्थल शामिल

पिछले साल नेपाल के जनकपुर के लिए एक रामायण एक्सप्रेस ट्रेन भी चलाई गई थी, जिससे नेपाल जाने वाले भारतीय पर्यटकों को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो और बेहतर सुविधा के साथ भारतीय टूरिस्ट जनकपुर की सैर कर सकें। जनकपुर माता सीता से जुड़ा हुआ स्थान है । जिसके प्रति भारतीय श्रद्धालुओं में काफी आस्था है, इसके साथ ही जनकपुर-कुर्था-बिजुलपुरा के बीच संचालित रेलवे ने नेपाल जाने वाले टूरिस्टों की संख्या में इजाफा होगा। रामायण सर्किट में भारत और नेपाल के प्रमुख तीर्थ स्थल शामिल हैं।

लुंबिनी का माया देवी मंदिर परिसर भारत-नेपाल की मिलीजुली सांस्कृतिक कार्यक्रम ने रचा इतिहास

भारत नेपाल सीमा से सटे नेपाल स्थित भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी में बीते शुक्रवार की शाम नेपाल स्थित भारतीय दूतावास एवं नेपाल सरकार के संयुक्त आयोजन में इंडो-नेपाल कल्चरल फेस्टिवल का आयोजन किया गया। जिसमें दोनों देशों के सांस्कृतिक एवं लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में नेपाल स्थित भारतीय दूतावास के राजदूत नवीन कुमार श्रीवास्तव एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में नेपाल के केंद्रीय पर्यटन मंत्री सूदन किराती एवं लुंबिनी प्रदेश के मुख्यमंत्री डिल्ली बहादुर चौधरी भी मौजूद रहे। जिसमे भारत और नेपाल के कलाकारों ने कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस मौके पर भारत के लद्दाख स्थित लेह के कलाकारों ने अपनी लोक प्रस्तुति छाम नित्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम के दौरान नेपाल व भारत की थारू संस्कृति एवं काठमांडू के स्वामी विवेकानंद सांस्कृतिक केन्द्र के छात्रों द्वारा प्रस्तुत भरतनाट्यम की भी झलक देखने को मिली। इस मौके पर भारतीय राजदूत नवीन कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि भारत और नेपाल का संबंध सदियों पुराना है। दोनों देशों की सांस्कृतिक विरासत एक जैसी है।

22 जनवरी को अयोध्या में पहुंचेंगे नेपाली नागरिक हर वर्ष अयोध्या से बारात आती है जनकपुर

राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होने वाला है। भगवान राम के भक्तों और श्रद्धालुओं के लिए आस्था के इस बड़े केंद्र का नेपाल से गहरा रिश्ता है। मान्यता के अनुसार राम का विवाह जनकपुर में माता सीता के साथ हुआ जो नेपाल में है। दोनों देशों के संबंधों के मद्देनजर अयोध्या के राम मंदिर को लेकर नेपाल के लोग भी उत्साहित है। लुंबिनी प्रदेश के गृहमंत्री सन्तोष पांडे ने बताया कि भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण और उद्घाटन को लेकर नेपाली नागरिक भी उत्साहित है। मंदिर के उद्घाटन से दोनों देशों के नागरिकों को मजबूत और सकारात्मक संदेश मिलेगा। उन्होंने बताया कि दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने राम मंदिर काफी महत्वपूर्ण महत्व रखता है। उन्होंने कहा नेपाली नागरिक चारो धाम के साथ गया एवं बनारस के साथ अब अयोध्या में श्रीराम मंदिर का दर्शन कर सकेंगे। जब इसका उद्घाटन होगा तो नेपाल में लगभग हर कोई अयोध्या का दौरा करना पसंद करेगा।

अयोध्या पति श्रीराम मंदिर नेपाल के लिए बहुत खास

लुंबिनी प्रदेश के गृहमंत्री सन्तोष पांडे ने कहा कि भविष्य में हर साल नेपाल से लाखों लोग अयोध्या जाएंगे। उन्होंने कहा अयोध्या नेपाल से बहुत मजबूती से जुड़ा हुआ है, क्योंकि नेपाल में हर कोई जानता है कि नेपाल की बेटी माता सीता का विवाह भगवान श्रीराम से हुआ था। इसलिए हर साल उनकी अयोध्या से बारात आती है। आज भी हर साल वे दूल्हे की बारात निकालते हैं, मूल रूप से अयोध्या से जनकपुर तक बारात आती है। हर साल नेपाल में एक बड़ा उत्सव मनाया जाता है। हमारे पास जनकपुर में भी विवाह मंडप है। सैकड़ों हजारों लोग दर्शन करने आते हैं। केवल माता सीता की जन्मस्थली ही नही बल्कि इस विवाह मंडप का दर्शन करने की मान्यता है। ऐसे में अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन नेपाल के लिए बेहद खास है।

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