भारत में चुनाव को लेकर नेपाल में सरगर्मी तेज

हर्षोदय टाइम्स ब्यूरो
सोनौली /महराजगंज! भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव का असर पड़ोसी देश नेपाल के सीमावर्ती जिलों में भी देखने को मिल रहा है। खुली सीमा, मजबूत सामाजिक, सांस्कृतिक व आर्थिक संबंधों के चलते बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग नेपाल की तराई में रहते हैं। भारत में हो रहे चुनाव को लेकर इनकी दिलचस्पी भी है।

यहां के हर राजनीतिक घटनाक्रम पर पड़ोसी देश से पैनी नजर रखी जा रही है। 25 मई को छठवें चरण में हुए लोकसभा चुनाव में बड़ी संख्या में लोग मतदान करने के लिए सीमा पार कर डुमरियागंज लोकसभा क्षेत्र में आए थे। अब महराजगंज व कुशीनगर में एक जून को होने वाले चुनाव पर भी इनकी नजर है।
नेपाल के प्रदेश संख्या एक, लुंबिनी, मधेश व सुदूर पश्चिम प्रदेश के 25 जिलों में भारतीय मूल के लोगों की अच्छी खासी तादाद है। भारत में होने वाले विभिन्न चुनावों में इनकी सक्रिय भागीदारी भी रहती है। इनकी अधिकांश नाते-रिश्तेदारियां भारतीय क्षेत्र में होने के कारण प्राय: यहां इनकी आवाजाही भी बनी रहती है। यहां पांच लाख से अधिक लोग ऐसे हैं, जो भारतीय क्षेत्र में मतदान के लिए आते हैं।
इनमें से दोहरी नागरिकता वाले कुछ लोग तो भारत व नेपाल दोनों जगह अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं। नेपाल के कपिलवस्तु, नवलपरासी, रूपन्देही, चितवन आदि जिले के लोग प्राय: अपनी रोजमर्रा की जरूरतों, स्वास्थ्य व शिक्षा के लिए भी भारतीय क्षेत्र पर ही निर्भर हैं। महराजगंज व कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र की सीमा से सटे नेपाल के रूपन्देही, नवलपरासी व कपिलवस्तु जिले में प्रत्याशी मधेशी मतदाताओं से संपर्क साध रहे हैं।
पड़ोसी देश में नेपाली कांग्रेस, प्रचंड की अगुवाई वाली कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल (माओवादी सेंटर), पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली की कम्युनिस्ट पार्टी आफ नेपाल (एकीकृत मार्क्सवादी -लेनिनवादी), राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी, जनता समाजवादी पार्टी, नेपाल मजदूर कांग्रेस के नेता भी भारत में हो रहे चुनाव को लेकर अपने समर्थकों को सहेज रहे हैं।
कपिलवस्तु व नवलपरासी सहित कई जिलों में है भारतीय मूल के लोगों की बहुलता
लुंबनी प्रदेश के रूपन्देही, कपिलवस्तु, नवलपरासी, दांग, बांके, बर्दिया बागमती प्रदेश के चितवन, मधेश प्रदेश के पर्सा, बारा, रौतहट, सर्लाही, महोत्तरी, धनुषा, सिरहा, सप्तरी, प्रदेश एक के सुनसरी मोरंग, झापा, ईलाम, पांचथर, ताप्लेजुंग व सुदूर पश्चिम प्रदेश के कंचनपुर, कैलाली, डडेलधुरा, बैतड़ी जिलों में भारतीय मूल के लोगों की बहुलता है।
चुनाव को लेकर हिन्दू संगठन भी सक्रिय, मतदान की कर रहे अपील
नेपाल में आरएसएस को हिन्दू स्वयं सेवक संघ (एचएसएस) के नाम से जाना जाता है। अयोध्या में प्रभु राम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान नेपाल में हुए आयोजनों में भी इस संगठन के लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एचएसएस से जुड़े विश्व हिन्दू परिषद, जनजाति कल्याण आश्रम, पशुपति शिक्षा मंदिर, प्राविज्ञ विद्यार्थी परिषद, नीति अनुसंधान प्रतिष्ठान, विश्व संवाद केंद्र, हिमाल दृष्टि, एकल विद्यालय अभियान, राष्ट्र सेविका संघ, धर्म जागरण मंच, हिन्दू स्वयं सेवक संघ व राष्ट्रीय श्रमिक संघ के पदाधिकारी सक्रिय हैं।
इन संगठनों से जुड़े पदाधिकारी भाजपा के पक्ष में मतदान की अपील भारतीय मूल के लोगों से कर रहे हैं। सीमावर्ती क्षेत्र में थारुओं की बहुलता के कारण जनजाति कल्याण आश्रम के पदाधिकारी भी लोगों से संपर्क साध रहे हैं। रूपन्देही जिले के भैरहवा में हिन्दू स्वयं सेवक संघ के नगर संघ चालक श्रवण पांडेय ने बताया कि निश्चित रूप से भारत के लोकसभा चुनाव पर हमारी नजर है। इसके लिए हम कार्य भी कर रहे हैं। भारत में ऐसी सरकार का गठन हो, जो हिन्दू हितों के लिए कार्य करें। यह भारत व नेपाल दोनों देशों के हित में है। रूपन्देही के जिला सह कार्यवाह राजू अग्रहरि ने कहा कि हम ऐसे लोगों को वोट देने की अपील कर रहे हैं, जो हिन्दू धर्म में आस्था रखते हों और इसे आगे लेकर जाएं। धर्म विरोधियों को सत्ता से बाहर रखने के लिए कार्य किया जा रहा हैं।
लोगों ने क्या कहा
नेपाल और भारत के बीच रोटी-बेटी का सदियों पुराना संबंध है। हम ऐसी सरकार चाहते हैं, जिससे भारत व नेपाल दोनों देशों के बीच रिश्ता और बेहतर हो। भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव पर नेपाल की जनता की नजर है। नेपाल में रह रहे भारतीय मूल के लोगों को हम वोट देने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं।-गजानंद पटेल, सुनसरी नेपाल
नेपाल राजनीतिक रूप से स्थिर सरकार में आर्थिक विकास की संभावना अधिक रहती है। नेपाल और भारत के बीच संबंध बढ़ने से आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। नेपाल के लिए भारत का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। हम भारत में ऐसी सरकार का गठन चाहते हैं, जो दोनों देशों के सामरिक, आर्थिक, सामाजिक व सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूती प्रदान करें।-जगदेव पाठक, करमैनी, नेपाल।
निश्चित रूप से भारत में हो रहा लोकसभा चुनाव नेपाल के लिए काफी अहमियत रखता है। हम भारत में ऐसी सरकार चाहते हैं जो राष्ट्रहित में कार्य करे और राष्ट्रवादी विचारधारा की पोषक हो। भारत के विकास व स्थिरता में ही नेपाल का हित है। यदि भारत आगे बढ़ेगा तो निश्चित रूप से नेपाल में भी प्रगति दिखेगी।-दुर्गा पांडेय, भैरहवा, नेपाल।
भारत सरकार ने नेपाल निर्यात होने वाली कई सामग्रियों पर टैक्स बढ़ा दिया है। जिससे नेपाल में खाद्य सामग्रियों के दाम आसमान छू रहे हैं। मूल्य बढ़ने से नेपाली जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब तक भारत की सरकारें नेपाल के प्रति मित्रवत रहीं हैं। हम भारत में चुनी जाने वाली नई सरकार से यही अपेक्षा करते हैं कि वह रोटी-बेटी के रिश्ते को कायम रखे।