अयोध्या स्थित रामलला दरबार में अब तक 1.75 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया रामलला का दर्शन

सर्दी और गर्मी भी नहीं कम कर पाई श्रद्धालुओं का जोश
सार
22 जनवरी को अयोध्या के भव्य राम मंदिर में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। तब से अब तक 1 करोड़ 75 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर चुके हैं। इस माह के अंत तक यह संख्या 2 करोड़ पहुंच जाएगी। उन्होंने बताया कि मंदिर ट्रस्ट श्रद्धालुओं की सुविधाओं व सुलभ दर्शन की व्यवस्था में लगातार सुधार कर रहा है।
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
अयोध्या/महराजगंज ! राम मंदिर निर्माण अंतर्राष्ट्रीय समिति की दो दिवसीय बैठक रविवार को मंदिर परिसर में शुरू हुई। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने मंदिर परिसर में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही एलऐंडटी और टीईएस के तकनीकी कर्मचारियों से निर्माण की तकनीकी जानकारी भी हासिल की।
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि मंदिर के निर्माण की प्रगति और भावी योजनाओं के साथ राम कथा संग्रहालय के निर्माण में आगे क्या योजना होगी इस मुद्दों पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि भीषण गर्मी में भी श्रद्धालुओं की संख्या कम नहीं हो रही है।
उन्होंने बताया कि मंदिर के प्रथम तल का निर्माण जुलाई के अंत तक पूरा हो जाएगा। उसके बाद दूसरे तल का निर्माण कार्य जारी रहेगा। मंदिर के भूतल का काम पहले ही पूरा हो चुका है। उन्होंने बताया कि मंदिर के भवन का निर्माण कार्य दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखकर तेजी से निर्माण कार्य जारी है। इस बीच लोवर पिंथ में रामकथा पर आधारित म्यूरल भी लग जाएंगे।
राजस्थान के मूर्तिकार बनाएंगे मूर्तियां
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि प्रथम तल पर स्थापित होने वाले राम दरबार और परकोटा में बनने वाले 6 देवी-देवताओं के मंदिरों के साथ ही परिसर में बन रहे सप्त मंडप मंदिरों में लगने वाली मूर्तियां संगमरमर की रहेंगी। इसे राजस्थान के मूर्तिकार तैयार करेंगे। इनमें से 4 मूर्तियां छांटी गई हैं जिनका टेंडर निकाला गया है, जो इस माह के आखिर में खोला जाएगा।
इसी के साथ ही यह तय हो जाएगा कि किस तकनीक से मूर्तियां बनेगी और इसके मूर्तिकार इसे कितने समय में तैयार कर देंगे। उन्होंने बताया कि टेंडर खुलने के साथ ही यह भी तय हो जाएगा कि कौन मूर्तिकार इन प्रतिमाओं का निर्माण करेगा। सूत्रों ने बताया कि राम दरबार की मूर्तियों के लिए टेंडर निकाला गया है। उन्होंने बताया कि परकोटा के मंदिरों के निर्माण सहित परकोटा का निर्माण भी मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।