अवैध कोचिंग संस्थानों पर होगी सख्त कार्यवाही – डीआईओएस
बच्चो के भविष्य से कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं, अब फ्राड कोचिंग संचालकों तथा गैर जिम्मेदार अध्यापकों की खैर नहीं
हर्षोदय टाइम्स : अजय पाठक, ब्यूरो प्रमुख कुशीनगर
कुशीनगर जनपद में बिना पंजीकरण के ही अवैध रूप से संचालित हो रहे कोचिंग संस्थानों के संचालकों की अब खैर नहीं हैं। जिला विद्यालय निरीक्षक रविन्द्र सिंह ने बताया कि ऐसे कोचिंग संस्थान जो बिना पंजीकरण के संचालित हो रहे हैं उनके खिलाफ अभियान चलाकर विधिक कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि जनपद में अब तक कुल 15 कोचिंग संस्थानों का पंजीकरण हुआ है और पांच नए आवेदन प्राप्त हुए हैं। जनपद में बिना पंजीकरण के अवैध रूप से कोचिंग संस्थानों का संचालन हो रहा है और सरकार के टैक्स की चोरी कोचिंग संस्थान के संचालकों द्वारा की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों से लगातार शहरी क्षेत्रों में अवैध कोचिंग संस्थानों की बाढ़ सी आ गई है। मजे की बात तो यह है कि इस गोरखधंधे में सरकारी तनख्वाह उठाने वाले शिक्षा विभाग व राजस्व विभाग के कर्मचारी भी शामिल हैं। आपको बता दें कि धड़ल्ले से अवैध रूप से संचालित हो रहे कोचिंग संस्थानों के मामले की नगर के नोनिया पट्टी निवासी रितेश कुमार दुबे ने आईजीआरएस पर शिकायत की थी।
आईजीआरएस निस्तारण के रिपोर्ट में हल्का लेखपाल संदीप सिंह ने बताया कि पडरौना के कुछ कोचिंग संस्थान छात्रों से 25-25 हजार व 10-10 हजार रुपये शुक्ल जमा किये हैं लेकिन उनके द्वारा रिसीविंग प्रमाण पत्र नहीं दिखाया गया है और अन्य कोचिंग संस्थानों द्वारा कोई कागजात नहीं दिखाया गया है। ज्ञात हो कि अभी केवल पडरौना नगर में संचालित हो रहे अवैध कोचिंग संस्थानों की बात की जाए तो जितने भी नामी कोचिंग संस्थान हैं उनमें से अधिकांश संस्थान बिना पंजीकरण के ही संचालित हो रहे हैं। समय- समय पर ऐसे संस्थाओं के खिलाफ आवाज उठाई जाती रही है लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पाई है। अब देखना है कि जिला विद्यालय निरीक्षक के संज्ञान के बाद क्या कार्यवाही होती है।
अभी कुछ दिनों पहले पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल ने भी डीएम कुशीनगर रमेश रंजन से मिलकर ऐसे संस्थाओं के ऊपर उचित कार्यवाही करने का आग्रह किया था।