नेपाल से सटे भारत के सोनौली कोतवाली क्षेत्र के खनुआ बार्डर पर भटक कर आए चीनी नागरिकों को पूछताछ के बाद एसएसबी जवानों ने नेपाल वापस भेजा

उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) : भारत-नेपाल सीमा पर सोमवार की सुबह दो वाहनों से पहुंचे कुछ चीनी नागरिक पगडंडी रास्तों के जरिये भारत की सीमा में दाखिल होने की कोशिश करने लगे। मौके पर मौजूद एसएसबी जवानों ने पूछताछ के बाद उन्हें नो मेंस लैंड से ही वापस कर दिया।
भारतीय सीमा के खनुआ गांव तक सोमवार की सुबह नौ बजे दो वाहनों से चीन के रहने वाले चार पुरुष एक महिला चीनी नागरिकों के पहुंचते ही एसएसबी जवानों की हलचल बढ़ गई। सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों ने उनसे पूछताछ की। इसमें उन्होंने बताया कि वे भैरहवा और सोनौली बॉर्डर घूमने आए थे।
रास्ता भटककर खनुआ सीमा पर पहुंच गए। सीमा पर तैनात हरदी डाली बीओपी के निरीक्षक अंकुर बडोनी ने सभी चीनी नागरिकों के टूरिस्ट कागजात, पासपोर्ट और वीजा की जांच की। पाया गया कि सभी चीनी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर नेपाल घूमने आए हैं।
एसएसबी 66 वीं वाहिनी के कमांडेंट वरुण कुमार ने बताया कि विदेशी नागरिक नेपाल होते हुए सीमा पर पहुंचे थे। पूछताछ के बाद उन्हें नेपाल वापस कर दिया गया। बताते चलें कि अभी दो दिन पहले सोनौली बार्डर पर पुलिस और इमीग्रेशन के अधिकारियों ने फर्जी वीजा के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। खनुआ बार्डर पर चीनी नागरिकों का केवल घूमने के मकसद से आना कहीं सीमा की रैकी करना तो नहीं है। यह एक बड़ा प्रश्न है?