किन्नर सनी उर्फ मनचली ने किया छठ व्रत, अपने समाज के लिए सूर्यदेव से किया मंगलकामना-
सुनील गहलोत ब्यूरो गोरखपुर
गोरखपुर (हर्षोदय टाइम्स) । किन्नर हमेशा से ही समाज से कटे रहे हैं, इसका कारण यह है कि किन्नरों के प्रति हमारी सोच आज भी नहीं बदली।किन्नरों के लेकर लोगों में तमाम तरह की भ्रांतियां भी हैं।और इन भ्रांतियों को तोड़ने में किन्नरों ने समाज मे अपने को स्थापित करके यह साबित कर दिया है कि वे भी इसी समाज के अंग हैं।वे केवल मनोरंजन की पात्र नहीं हैं बल्कि उनमें भी प्रतिभा,उम्दा सोच ,व भावनाएं हैं।
इस बात को साबित करता है उत्तर प्रदेश का शहर गोरखपुर जिसने प्रदेश पहला किन्नर महापौर दिया।जिसका नाम था अमरनाथ यादव उर्फ आशा देवी। ये वही आशा देवी थीं जिनके आगे बीजेपी के सात मंत्रियों को घुटने टेकने पड़े।

खैर आज हम बात करेंगे गोरखपुर के निवासी सनी उर्फ मनचली किन्नर की ।जिसने छठ महापर्व पर व्रत कर लोक कल्याण व अपने समाज के लिए मंगलकामना किया।उरूवा क्षेत्र की मनचली ने यह बताया कि वह बचपन से ही वह अपने माँ को यह व्रत करते देखा करती थी।उसके मन में भी बड़े होकर यह व्रत करने की लालसा थी।उसने बताया कि मेरी माँ बीमारी के कारण यह व्रत अब नहीं कर पाती है।उसके स्थान पर मेरे पापा यह व्रत रहते हैं।लेकिन इस परंपरा को निभाने के लिए पहली बार मैंने भी व्रत रखा।नहाय-खाय की परंपरा को पूरी कर अपने से जुड़े लोगों की सलामती,परिवार, मां, बाप, भाई और सभी के सुख समृद्धि और बेहतर स्वास्थ्य के लिए इस बार छठ पूजा किया।
मनचली ने बताया कि यह मात्र एक ऐसा पर्व है जिसे किसी भी धर्म व समुदाय के लोग कर सकते हैं।छठ मईया सभी की मनोकामना पूरी करती हैं।