उत्तर प्रदेशमहराजगंज

मोदी सरकार का बड़ा फैसला, प्याज निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटाया

किसानों, ट्रेडर्स और निर्यातकों में खुशी की लहर

तस्करी पर लगेगी रोक

बीते साल 8 दिसंबर 2023 को सरकार ने प्याज निर्यात पर लगाया था बैन

उमेश चन्द्र त्रिपाठी

नई दिल्ली/ महराजगंज : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है और इसके तहत प्याज के निर्यात पर लगाए गए बैन को हटा लिया गया है। केंदीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता वाली मंत्री समिति ने प्याज निर्यात को मंजूरी दे दी है। देश में प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने इसके निर्यात पर बैन लगाया था और इसकी डेडलाइन 31 मार्च 2024 तय की थी, लेकिन डेडलाइन खत्म होने से पहले ही इस प्रतिबंध को हटा दिया गया है।

गुजरात-महाराष्ट्र में प्याज का पर्याप्त स्टॉक

गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई मंत्री समिति की बैठक में इस फैसले पर मुहर लगाई गई है। बैन हटाने के पीछे की वजहों का जिक्र करें तो गुजरात और महाराष्ट्र में प्याज के पर्याप्त स्टॉक को देखते हुए सरकार की ओर से ये मंजूरी दी गई है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने केंद्रीय गृहमंत्री को प्याज किसानों की स्थिति से अवगत कराया था, जिसके बाद विचार-विमर्श के बाद बैन हटाने का निर्णय लिया गया है।

3 लाख मीट्रिक टन प्याज निर्यात को मंजूरी

पहले आई कई रिपोर्ट्स में ये उम्मीद जताई जा रही थी, कि केंद्र सरकार प्याज के निर्यात पर लगे प्रतिबंध हटाने की योजना बना रही है। इसका मुख्य कारण प्याज उत्पादक क्षेत्रों में प्याज समेत अन्य सब्जियों की कीमतों में आई गिरावट का बताया गया था। अब केंद्रीय मंत्री समिति ने बैन हटाने का फैसला लेते हुए 3 लाख मीट्रिक टन प्याज के निर्यात को मंजूरी दे दी है।इसके साथ ही बांग्लादेश को भी 50,000 टन प्याज निर्यात की मंजूरी दी गई है।

प्रतिबंध हटने से प्याज किसानों और निर्यातकों ने केन्द्र सरकार के निर्णय पर खुशी जताई है। सोनौली बार्डर पर ट्रेडर्स सन्नी मद्धेशिया,शहजादे, और पुनीत अग्रहरि का कहना है कि सरकार का निर्णय जनहित में है। अब आम जनता को मंहगाई से राहत मिलेगी। सभी ने सरकार के इस निर्णय की सराहना करते हुए अपार खुशी जताई है।

बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भारत-नेपाल की समूची सीमा से प्याज की बड़े पैमाने पर तस्करी हो रही थी। इससे सीमा पर कस्टम, पुलिस और एसएसबी पर मिली भगत का आरोप लगाया जा रही था, सुरक्षा एजेंसियों, पुलिस और कस्टम विभाग के अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर तस्करी का प्याज बरामद भी किया। लेकिन सवाल फिर भी उठाए जा रहे थे। लोगों का कहना है कि प्रतिबंध हटने के बाद प्याज की तस्करी पर अंकुश अवश्य लगेगी।

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