नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ बाबू राम भट्टराई पहुंचे भैरहवा,आंदोलनकारी प्रतिनिधियों से की वार्ता

लुंबिनी,कपिलवस्तु समेत समूची तराई के विकास के बिना अधूरा रहेगा देश का विकास – डॉ बाबू राम भट्टराई पूर्व प्रधानमंत्री नेपाल
मनोज कुमार त्रिपाठी
भैरहवा/महराजगंज (हर्षोदय टाइम्स) : भारतीय सीमा से सटे नेपाल के भैरहवा में गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट के नियमित संचालन न होने के कारण विगत सात दिनों से चले आ रहे धरना-प्रदर्शन और आंदोलन को लेकर आज नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ बाबू राम भट्टराई भैरहवा पहुंचे जहां उन्होंने होटल नान्स में आंदोलनकारी प्रतिनिधियों के साथ वार्ता की।
बैठक को सम्बोधित करते हुए डॉ बाबू राम भट्टराई ने कहा कि लुंबिनी भगवान बुद्ध की जन्मस्थली है। लुंबिनी कपिलवस्तु के साथ-साथ समूची तराई का विकास जब तक नहीं होगा देश तरक्की नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि एअरपोर्ट के नियमित संचालन के लिए सरकार जो भी कमेटी बनाएगी मैं स्वयं उसमें भाग लूंगा और कमेटी से अनुरोध करूंगा कि गौतमबुद्ध अंतर्राष्ट्रीय एअरपोर्ट का संचालन शीघ्रातिशीघ्र हो जिससे आम आदमी को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि काठमांडू में जो भी ट्रवेल एजेंसियां काम कर रही है उनका काम बंद नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सीमा के दोनों तरफ आइसीपी का निर्माण हो रहा है इसके बन जाने से भी काफी समस्या का समाधान हो जाएगा।
इस बैठक में सिद्धार्थ संज्जाल एसोसिएशन के पदाधिकारियों सहित अन्य संघ संगठनों के तरफ से सीपी श्रेष्ठ, अनिल ज्ञवाली, संजय बजिमय, डॉ शांत कुमार शर्मा, विष्णु प्रसाद शर्मा, दीपक कोशल,मधू प्रसाद पंथी,कुल प्रसाद न्योपाने, चंद्रभान श्रेष्ठ,खिम बहादुर खत्री,कमल खनाल, नारायण कुंवर, राम प्रसाद पोखरेल, ललित कुमार कौशल, कृष्ण प्रसाद पांडे, ध्रुव बहादुर श्रेष्ठ, नारायण प्रसाद नागिला, हिक्मत विश्वकर्मा, शोभाकांत नेपाल,सुमन पंत, प्रकाश पौड़ेल, हरिश्चन्द्र खनाल,हरी पौड़ेल,एकरामुद्दीन खांन, रविन्द्र शर्मा घीमिरे, रविन्द्र शाह, रामनेवास पुरी,रितिक प्रसाद शर्मा,शारदा, उमाशंकर मिश्र ने भाग लिया।